1.5 लाख लोग लंदन में सड़कों पर उतरे

लंदन:  ब्रिटेन में हाल के वर्षों में हुए सबसे बड़े प्रवासी विरोधी प्रदर्शन ने राजधानी लंदन को हिलाकर रख दिया। यूनियन जैक और सेंट जॉर्ज का झंडा लहराते हुए करीब 1.5 लाख लोग लंदन की सड़कों पर उतर पड़े। वे कीर स्टार्मर की सरकार के खिलाफ नारे लगा रहे थे। उनके हाथों में प्रवासी विरोधी स्लोगन वाली तख्तियां थीं, जिस पर लिखा था- सेंड देम होम (उन्हें घर भेजो)। इस दौरान प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़प भी हुई, जिसमें कई अधिकारी घायल हुए हैं। लंदन में भारी विरोध प्रदर्शनों के बीच एक नाम जो खूब चर्चा में है, वो टॉमी रॉबिन्सन का है।

यूनाइट द किंगडम नाम से इस विरोध प्रदर्शन का आयोजन रॉबिन्सन ने ही किया था, जिसमें डेढ़ लाख लोगों ने लंदन में मार्च किया। उन्होंने इसे अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के लिए एक विरोध प्रदर्शन बताया। इसमें ब्रिटेन के हाल के वर्षों में देखी गई सबसे बड़ी दक्षिणपंथी भीड़ जुटी। अमेरिकी अरबपति एलन मस्क ने भी आश्चर्यजनक रूप ले एक्स पर लाइवस्ट्रीम के जरिए विरोध प्रदर्शन को संबोधित किया और उनसे ‘लड़ने या मरने’ का आग्रह किया। मस्क ने ब्रिटेन की संसद को भंग करने का आह्वान किया।

41 साल के टॉमी रॉबिन्सन की असली नाम नाम स्टीफन याक्सली-लेनन है। रॉबिन्सन ने अदालतों और जेलों के चक्कर काटते सालों बिताए हैं, लेकिन एक बार फिर वह बड़े विरोध प्रदर्शन के केंद्र में हैं। उन्होंने अपना करियर गुस्से पर बनाया है। वे इस्लाम और ब्रिटेन में प्रवासियों के खिलाफ जहरीले बयान देते रहे हैं। वे मुख्यधारा के मीडिया और पुलिस के द्वारा उनके व्यवहार को लेकर गुस्सा जाहिर कर चुके हैं।

बार-बार कानूनी झटकों के बावजूद रॉबिन्सन ब्रिटेन के राजनीतिक परिदृश्य में मजबूती से बने हुए हैं। उन्होंने 2009 में इंग्लिश डिफेंस लीग की स्थापना की। यह समूह जल्द ही हिंसक झड़पों और गुंडागर्दी के जुड़ गया। रॉबिन्सन ने बढ़ते चरमपंथ की चिंताओं का हवाला देते हुए 2013 में समूह के नेता के पद से इस्तीफा दे दिया, लेकिन ऑनलाइन प्रचारक के रूप में काम करते रहे।

रॉबिन्सन को मारपीट, बंधक धोखाधड़ी और अदालत की अवमानना के लिए दोषी ठहराया गया है। साल 2018 में उन्हें एक मुकदमी की लाइवस्ट्रीमिंग करने के लिए जेल हुई थी। 6 साल बाद 2024 में उन्हें एक सीरियाई शरणार्थी के बारे में झूठे दावे को दोहराने से रोकने वाले हाईकोर्ट के आदेश का उल्लंघन करने पर 18 महीने की सजा मिला। जज ने इसे जानबूझकर किया गया घोर उल्लंघन बताया और कहा कि ‘रॉबिन्सन ने कोई पछतावा नहीं दिखाया।’

रॉबिन्सन आर्थिक मुश्किलों में भी घिरे रहे हैं। 2021 में दिवालिया घोषित करते हुए रॉबिन्सन ने बड़ी रकम जुए में गंवाने की बात स्वीकार की। उन्होंने अपने समर्थकों से हजारों पाउंड का दान लिया था। साल 2018 में उन्हें ट्विटर (अब एक्स) पर प्रतिबंधित कर दिया गया था। बाद में एलन मस्क के अधिग्रहण करने के बाद प्लेटफॉर्म पर उन्हें बहाल किया गया और अब एक्स पर उनके 10 लाख से ज्यादा फॉलोवर्स हैं।

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