जमीन के अंदर 100 टन गोल्‍ड

यमोऊसोउक्रो: पश्चिम अफ्रीका के कोट डी आइवर में सोने का एक बड़ा भंडार हाथ लगने वाला है, जो देश के उत्तरपूर्वी डोरोपो में जमीन के नीचे दबा हुआ है। अब तक इस भंडार के बारे में सिर्फ बातें होती थीं, लेकिन जल्द ही यह हकीकत में बदलने वाला है।

रिपोर्ट में बताया गया है कि इस सोने की खदान में 100 टन से ज्यादा स्वर्ण भंडार भरा हुआ है। इसके खनन की योजना बन चुकी है और इसका निर्माण कार्य 2026 से शुरू किए जाने की उम्मीद है। अधिकारियों ने उम्मीद जताई है कि खदान से सोने का पहला उत्पादन साल 2028 में शुरू होगा।

खदान के शुरू होने से हजारों लोग सीधे रोजगार से जुड़ेंगे। यह रिपोर्ट बताती है कि कोट डी आइवर किस तरह से पश्चिम अफ्रीका के सोने के उद्योग में अपनी स्थिति बना रहा है। 100 टन का संभावित आंकड़ा साफ बताता है कि यह कोई छोटा भंडार नहीं है और सरकार इस संसाधन को राष्ट्रीय स्तर पर महत्वपूर्ण मानती है।

खास बात यह है कि यह खोज ऐसे खनन क्षेत्र में हुई है, जहां पहले से ही बड़े पैमाने पर उत्पादन हो रहा है। यह इसलिए मायने रखता है क्योंकि जब क्षेत्र में पहले से ही स्थितियां मौजूद होती हैं, तो बुनियादी ढांचे, सप्लायर और कुशल श्रमिकों को जुटाना आसान होता है।

डोरोपो ने इस सोने को निकालने के लिए पहले ही कदम उठा लिए हैं। जून 2024 में इसके लिए पर्यावरणीय परमिट जारी किया गया था और खनन के लाइसेंस की प्रक्रिया चल रही है। अगर दोहन के लिए परमिट समय पर मिला जाता है तो 2026 की शुरुआत में निर्माण शुरू होना संभव होगा।

इस खदान के शुरू होने से कोट डी आइवर को जमकर फायदा होने जा रहा है। अर्थ डॉट कॉम की रिपोर्ट में खनन से जुड़ी कंपनी रेजोल्यूट माइनिंग के सीईओ क्रिस एगर के हवाले से बताया कि पहले चरण के उत्पादन में प्रवेश से देश को लगभग 300 अरब FCFA (सेंट्रल अफ्रीकन फ्रैंक) टैक्स राजस्व के रूप में मदद मिलेगी। हालांकि, यह संख्या एक अनुमान है और इसकी गारंटी नहीं ली जा सकती है। वास्तव में सोने की खदान से मिलने वाला राजस्व उत्पादन दरों और खदान की लागत को नियंत्रित करने पर निर्भर करता है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *