देहरादून: महिला ने खुद को सचिवालय कर्मी बताकर सचिवालय में नौकरी लगाने और विभागों में वाहन किराये पर लगाने का झांसा देकर कई सेवानिवृत्त सैन्यकर्मियों से 17 लाख 11 हजार रुपये ठग लिए। प्रत्येक पीड़ित ने महिला को करीब 50 हजार रुपये दिए हैं। पीड़ितों की संख्या 34 या उससे अधिक हो सकती हैं। हालांकि पुलिस अभी और पीड़ितों के सामने आने का इंतजार कर रही है।
रायपुर थाना पुलिस ने आरोपित महिला के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। राकेश चंद्र निवासी शिमला बाईपास ने रायपुर थाना पुलिस को बताया कि नवंबर 2022 के दौरान पुष्पा शाह निवासी चूना भट्ठा अधोईवाला रायपुर ने उनसे कहा कि वह एक बड़े एनजीओ में काम करती हैं। साथ ही वह सचिवालय में भी कार्यरत है।
सचिवालय में उसके अधीन उत्तराखंड पूर्व सैनिक कल्याण निगम लिमिटेड (उपनल), सिक्योरिटी कंपनियां और ट्रांसपोर्ट का काम भी है। महिला ने झांसा दिया कि वह सेना से सेवानिवृत्त सैनिकों और उनके आश्रितों को रोजगार दिलाती है, पिछले 15 सालों से वह यह काम कर रही है। नौकरी के लिए प्रत्येक व्यक्ति से 50 हजार रुपये की धनराशि सिक्योरिटी मनी के रूप में जमा करवाई जाती है।
महिला ने कहा कि इस धनराशि से संबंधित व्यक्ति का पंजीकरण होता है। तीन महीने में अगर नौकरी नहीं मिली तो धनराशि वापस कर दी जाती है। महिला के झांसे में आकर राकेश चंद्र के साथ कई पूर्व सैनिकों ने रजिस्ट्रेशन करवाने के लिए महिला को 17 लाख 11 हजार रुपये दे दिए, लेकिन किसी की भी नौकरी नहीं लगी।