कीव: पूर्वी यूक्रेन के कोस्टियानटिनिव्का शहर में रूस के हमले में 17 लोगों की मौत की खबर है। इस हमले में मार्केट, दुकानों और फार्मेसी को निशाना बनाया गया है। ये शहर पूर्वी फ्रंट-लाइन में यूक्रेन के तबाह शहर बखमुत के करीब है। हमले के वक्त बाजार में काफी भीड़ थी।राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने हमले की निंदा की है उन्होंने कहा कि इस हमले में मारे गए लोगों में एक बच्चा भी शामिल है। अधिकारियों ने बताया कि इस हमले में कुल 32 लोग घायल हुए हैं।
ये हमला ऐसे समय में हुआ है जब अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन यूक्रेन के दौरे पर है। अमेरिकी विदेश मंत्री ने यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की से मुलाकात की है। साथ ही उन्होंने यूक्रेन के विदेश मंत्री दिमीत्रो कुलेबा के साथ भी मुलाकात की। मुलाकात के बाद उन्होंने कहा कि रूस के खिलाफ जवाबी कार्रवाई में यूक्रेन ने महत्वपूर्ण सफलता प्राप्त की है।
अमेरिकी विदेश मंत्री ने यूक्रेन को 1 बिलियन डॉलर की सहायता मुहैया कराने की घोषणा की है। इस नई सहायता में यूक्रेन को 665 मिलियन डॉलर की सैन्य और सुरक्षा सहायता शामिल है। इसके अलावा अमेरिका यूक्रेन को HIMARS मिसाइल सिस्टम, जैवलिन एंटी-टेंक हथियार, अब्राम्स टेंक और दूसरे हथियार देगा।जून में रूस के खिलाफ यूक्रेन की जबावी कार्यवाही शुरू होने के बाद किसी शीर्ष अमेरिकी नेता की पहली यात्रा है।
अमेरिकी मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक अज्ञात अमेरिकी अधिकारियों ने यूक्रेन की जवाबी कार्रवाई की आलोचना करते हुए इसे बहुत धीमी और रणनीतिक तौर पर कमजोर बताया है। इसके कारण यूक्रेनी अधिकारियों में नाराजगी है। साथ विदेश मंत्री कुलेबा ने आलोचकों को चुप रहने के लिए कहा है। हालांकि अमेरिका ने आधिकारिक तौर पर इस तरह की कोई टिप्पणी नहीं की है।
यूक्रेन ने अपने जवाबी कार्रवाई में एक दर्जन से अधिक गांवों और छोटी बस्तियों पर फिर से कब्जा कर लिया है। लेकिन रूसी कब्जे वाले क्षेत्र में बारूदी सुरंगों और खाइयों के कारण इसकी कार्यवाही धीमी हुई है।
रूस ने इस हमले पर तुरंत कोई टिप्पणी नहीं की और जानबूझकर नागरिकों को निशाना बनाने के आरोपों को नकार दिया। यूक्रेन पर रूस के हमले को 18 महीनों से अधिक का समय हो गया है। इस युद्ध में हजारों लोग मारे गए है और कई शहर तबाह कर हो गए है।
अमेरिकी विदेश मंत्री की यूक्रेन यात्रा के बारे में पूछे गए सवाल के जबाव में क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसो ने कहा कि हमारा मानना है कि अमेरिका इस युद्ध को लंबा को खींचने के प्रयास में है। उन्होंने कहा कि यूक्रेन को अमेरिका की मदद से रूस के ऑपरेशन पर कोई प्रभाव नहीं पड़ने वाला है।