गाजा पट्टी: इजरायल के हमलों का सामना कर रहे गाजा में हालात बदतर होते जा रहे हैं। गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंगलवार को बताया है कि पिछले 24 घंटों में इजरायली गोलीबारी और हमलों में कम से कम 72 फिलिस्तीनी मारे गए हैं। वहीं बीते 72 घंटों में गाजा के 21 बच्चों की भूख से मौत हो चुकी है।
इनमें डेढ़ महीने का शिशु भी शामिल है। गाजा में 21 महीने से चल रहे युद्ध में कुपोषण पहले की तुलना में सबसे तेजी से फिलिस्तीनियों की जान ले रहा है। यूएन की एजेंसी गाजा की तुलना नर्क से करते हुए कहा है कि लोगों के जिंदा रहने की उम्मीदें भी खत्म हो रही हैं।
फिलिस्तीनी स्वास्थ्य अधिकारियों का कहना है कि संघर्ष के दौरान कम से कम 101 लोग गाजा में भूख से मर चुके हैं, जिनमें 80 बच्चे शामिल हैं। इनमें से ज्यादातर मौतें हाल के हफ्तो में हुई हैं। गाजा में सहायता आपूर्ति पर इजरायल का नियंत्रण है। इजरायल के गाजा की विस्थापित आबादी तक मदद ना पहुंचने देने से बुनियादी जरूरतों की भारी कमी हो गई है।
संयुक्त राष्ट्र फिलिस्तीनी शरणार्थी एजेंसी (UNRWA) के प्रमुख ने मंगलवार को गाजा की स्थिति पर गंभीर चिंता जताई है। उन्होंने कहा, ‘हमारे कर्मचारी, डॉक्टर और मानवीय कार्यकर्ता भूख और थकावट के कारण ड्यूटी पर बेहोश हो रहे हैं। गाजा की स्थिति इतनी ज्यादा खराब है कि इसे सिर्फ ‘धरती पर नर्क’ कहा जा सकता है।’
UNRWA का अनुमान है कि मई के अंत से अब तक खाने की तलाश में निकले 1,000 भूखे लोगों की मौत हो चुकी है। UNRWA के फिलिप लाजारिनी ने गाजा ह्यूमैनिटेरियन फाउंडेशन के इजरायल समर्थित रसद समूह को क्रूर मौत का जाल कहा है। उन्होंने कहा कि सहायता स्थलों पर खाने लेने आई भीड़ पर जिस तरह गोलियां बरसाई जा रही हैं, वह पहले कभी नहीं देखा गया।
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने मंगलवार को कहा कि गाजा में भुखमरी हर दरवाजे पर दस्तक दे रही है। गुटेरेस ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में कहा कि हम मानवीय सिद्धांतों पर आधारित एक मानवीय व्यवस्था को आखिरी सांसें गिनते हुए देख रहे हैं। ये बेहद परेशान करने वाला है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने कहा है कि इजरायली सेना ने सोमवार को दीर अल बला में उसके कर्मचारियों के आवास और मुख्य गोदाम पर हमला किया। डब्ल्यूएचओ ने कहा कि उसके स्टाफ आवास पर तीन बार हमला किया गया। इन हमलों से आग लग गई और व्यापक क्षति हुई।
गाजा में नागरिकों हत्याओं और मदद रोकने के लिए इजरायल की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारी आलोचना हो रही है। दुनियाभर के देश और संस्थाएं इजरायल से हमले रोकने और मदद गाजा तक जाने देने की अपील कर रहे हैं। हालांकि इसका इजरायल पर कोई असर नहीं हुआ है। इजरायल की ओर से लगातार गाजा में हमले हो रहे हैं।
इजरायली सेना का कहना है कि वह गाजा में मानवीय सहायता के ट्रांसफर को अत्यंत महत्वपूर्ण मानती है। उसने अंतर्राष्ट्रीय समुदाय के साथ समन्वय में इसके प्रवेश को सुगम बनाने के लिए काम किया है। इजरायली सेना ने उन आरोपों का खंडन किया है, जिनमें कहा गया है कि उसने गाजा तक सहायता पहुंचने से रोका है।