इन्फ्लूएंजा H3N2 से देश में अब तक 9 मौतें

नई दिल्ली: दिल्ली, गुजरात, महाराष्ट्र समेत देश के कई राज्यों में H3N2 वायरस खतरा बढ़ गया है। इस वायरस से देश में अब तक 9 लोगों की मौत हो गई है। वहीं वायरस का सबसे ज्यादा असर महाराष्ट्र में है। यहां अब तक स्वाइन फ्लू और H3N2 के कुल 352 मामले सामने आ चुके हैं। इनमें H3N2 से पीड़ित मरीज 58 मरीज हैं।

BMC के मुताबिक, मुंबई में 32 मरीज भर्ती हैं, जिनमें से 4 मरीज H3N2 और 28 H1N1 के मरीज हैं। इन सभी मरीजों की हालत फिलहाल स्थिर है।राज्य में इन्फ्लूएंजा H3N2 के खतरे को देखते हुए मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे आज स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ मीटिंग करेंगे।

गुजरात के वडोदरा में भी H3N2 वायरस से 58 साल की एक महिला की मौत का दावा किया जा रहा है। हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।दिल्ली के LNJP अस्पताल में 20 बेड का आइसोलेशन वार्ड बनाया गया है। यहां नए केस को देखते हुए बेड और डॉक्टरों की सुविधा बढ़ाई जा रही है।पुडुचेरी में एहतियात के तौर पर सभी स्कूल 16 से 26 मार्च तक बंद कर दिए गए हैं।असम में भी बुधवार को H3N2 वायरस का एक मामला सामने आया है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, महाराष्ट्र में इस वायरस से अब तक दो लोगों की मौत हुई है। इनमें अहमदनगर में मेडिकल की पढ़ाई कर रहा एक युवक पिछले हफ्ते अपने दोस्तों के साथ घूमने के लिए अलीबाग गया था। वहां से लौटने के बाद उसकी तबीयत खराब होने लगी।

राज्य के स्वास्थ्य मंत्री तानाजी सावंत ने बताया कि H3N2 वायरस से संक्रमित मरीजों का इलाज चल रहा है और अस्पतालों को अलर्ट पर रखा गया है। उन्होंने कहा कि H3N2 वायरस जानलेवा नहीं है और इसे इलाज के जरिए ठीक किया जा सकता है, इसलिए घबराने की जरूरत नहीं है।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया है कि लैब में टेस्ट किए गए इंफ्लूएंजा सैंपल्स में से लगभग 79% में H3N2 वायरस पाया गया है। इसके बाद 14% सैंपल्स में इंफ्लूएंजा बी विक्टोरिया वायरस पाया गया है और 7% में इंफ्यूएंजा ए H1N1 वायरस पाया गया है। H1N1 को आम भाषा में स्वाइन फ्लू भी कहा जाता है। मंत्रालय का कहना है कि मार्च एंड से H3N2 वायरस के मामले कम होने लगेंगे।

देश में कोरोना के बढ़ते मामले फिर डराने लगे हैं। 67 दिन बाद कोरोना के एक्टिव केस 3 हजार से ज्यादा हो गए हैं। कोविड मामलों में अचानक वृद्धि के साथ-साथ H3N2 वायरस के मामलों में भी वृद्धि हुई है, जो चिंता बढ़ाने वाली है।

उत्तर भारत में H3N2 वायरस के मामले सामने आ रहे हैं। ICMR के मुताबिक, कुछ महीनों में कोविड के मामले कम हुए हैं, लेकिन H3N2 के मामलों में बढ़ोतरी हुई है। सर्विलांस डेटा बताता है कि 15 दिसंबर के बाद से H3N2 के मामले बढ़े हैं।भारत में जनवरी से मार्च तक का वक्त फ्लू सीजन माना जाता है।

इस दौरान लोगों में सर्दी, खांसी और बुखार जैसे लक्षण देखने को मिलते है। इस बार का फ्लू सीजन काफी अलग है। अब की न सिर्फ मरीजों की संख्या कई गुना बढ़ी है, बल्कि उनके खांसी भी हफ्तों ठीक नहीं हो रही। बड़ी संख्या में मरीजों को ICU में भर्ती करने की नौबत आ रही है।

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