बीजिंग। चीन में कोरोना संक्रमण के मामले कम होने का नाम नहीं ले रहा है। ताजा रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले 24 घंटे के दौरान 9,005 नए मामले सामने आए है।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग के मुताबिक, इसमें 7820 मामलों में लक्षण दिखाई दे रहे हैं। वहीं 1185 मामले बिना लक्षण के हैं। बता दें कि एक दिन पहले चीन में 8,335 मामले सामने आए थे। इसमें 6,989 रोगियों में लक्षण दिखाई दिए, वहीं 1346 लोग बिना लक्षण के है।
कोविड-19 महामारी पर काबू पाने के लिए लागू किए गए लॉकडाउन से चीन का प्रमुख आर्थिक शहर ग्वांगझोउ बुरी तरह प्रभावित हुआ है। इसके चलते वैश्विक आपूर्ति श्रृंखलाएं बाधित हुई हैं और दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था में पुनरुद्धार की रफ्तार धीमी हो गई है।
स्थानीय अधिकारियों ने कहा कि जिले में सभी को कम से कम रविवार तक घर में ही रहने का आदेश दिया गया है। प्रत्येक परिवार के एक सदस्य को दिन में एक बार बाहर निकलने की इजाजत दी गई है।
चीन में एक बार फिर कोरोना मामले बढ़ने लगे हैं. इसे लेकर चीनी सरकार ने कई जगह प्रतिबंध लगाने शुरू कर दिए हैं। यही कारण है कि चीन में मोबाइल कंपनी एपल का उत्पादन काफी हद तक प्रभावित हुआ है।
एपल ने कहा कि कोविड प्रतिबंधों ने मध्य चीन में फॉक्सकॉन के विशाल iPhone कारखाने में उत्पादन को अस्थायी रूप से प्रभावित किया है। कोविड मामलों में वृद्धि के बाद ताइवानी तकनीकी दिग्गज ने दुनिया के सबसे बड़े नए उपकरणों के निर्माता को बंद कर दिया।
अन्य देशों की तुलना में चीन में कोरोना मामले कम सामने आ रहे हैं, लेकिन इसके बावजूद भी इन मामलों को रोकने के लिए प्रतिबंध लगाए जा रहे हैं। इसका असर चीन की अर्थव्यवस्था पर भी पड़ रहा है। कई देशों ने महामारी के साथ रहना स्वीकार कर लिया है, लेकिन चीन अपनी ‘जीरो कोविड’ नीति को प्राथमिकता देता है।
इस वजह से किसी क्षेत्र में एक भी मामले का पता चलने पर भी सार्वजनिक गतिविधियों पर प्रतिबंध लगा दिया जाता है। शी जिनपिंग सरकार ने आक्रामक रूप से अपनी ‘जीरो कोविड’ नीति का समर्थन किया है।