नई दिल्ली: देश के अधिकांश हिस्सों में हो रही मूसलाधार बारिश से प्रमुख नदियां उफान पर हैं। यूपी और राजस्थान समेत कई हिस्सों में बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं। सड़कें दरिया बनी हैं और कॉलोनियों व घरों में पानी घुस गया है। राहत और बचाव कार्य चलाए जा रहे हैं। पानी में घिरे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है।
भारी बारिश, बाढ़ और भूस्खलन से हिमाचल प्रदेश में दो राष्ट्रीय राजमार्ग समेत 307 सड़कें और उत्तराखंड में एक राष्ट्रीय राजमार्ग समेत 59 सड़कें बंद हैं। इस बीच, मौसम विभाग ने देश के अधिकांश राज्यों में अगले दो दिन भारी बारिश होने का अलर्ट जारी किया है।भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) और केंद्रीय जल आयोग (सीडब्ल्यूसी) के आंकड़ों के अनुसार, उत्तर प्रदेश, बिहार और बंगाल में मूसलाधार बारिश के कारण कई नदियां उफान पर हैं।
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज और वाराणसी में गंगा नदी खतरे के निशान के करीब बह रही है। प्रयागराज में ससुर खदेरी नदी का जल स्तर भी बढ़ गया है। इससे करेली बाग समेत कई इलाकों में घुटनों से अधिक तक पानी भर गया है। आम लोगों को भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। वाराणसी में प्रमुख घाटों की सीढ़ियां पानी में डूब गई हैं। गंगा नदी का पानी तुलसी घाट के ऊपरी हिस्से तक पहुंच गया है।
गंभीर होते बाढ़ के हालात को देखते हुए नावों के संचालन को प्रतिबंधित कर दिया गया है। वाराणसी में गंगा नदी का जल स्तर 69.98 मीटर पर पहुंच गया है जो खतरे के निशान 71.26 मीटर के करीब है। राज्य सरकार ने सभी प्रभारी मंत्रियों को अपने जिले की स्थिति पर नजर रखने का निर्देश दिया है। संबंधित जिले के जिलाधिकारियों, पुलिस अधीक्षकों और चिकित्सा अधिकारियों को अत्यधिक सतर्क रहने को कहा गया है।
उत्तराखंड के उधमपुर जिले के बाजपुर इलाके में इंदिरा कॉलोनी में पानी भर गया है। राहत और बचाव के लिए राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) की टीम को तैनात किया गया है। हालांकि, नेवादा नदी का जलस्तर घट रहा है। अभी तक किसी जानमाल के नुकसान की कोई खबर नहीं मिली है। सुरक्षा की दृष्टि से, एसडीआरएफ की टीम जलभराव वाले क्षेत्र में सतर्क है और संभावित खतरों पर लगातार नजर रख रही है।
प्रशासनिक टीम भी मौजूद है, जो क्षेत्र में सुरक्षा बनाए रखने और सामान्य स्थिति बहाल करने के लिए आवश्यक समन्वय और कार्रवाई सुनिश्चित कर रही है। प्रदेश में थल-मुनस्यारी राष्ट्रीय राजमार्ग समेत 59 सड़कें बंद हैं। मलबा हटाकर सड़कों पर यातायात सुचारू करने का काम तेजी से चल रहा है।
मौसम विभाग ने हिमाचल प्रदेश में सोमवार और मंगलवार को भारी बारिश की संभावना जताई है और ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। राज्य के कई हिस्सों में शनिवार की शाम से ही मूसलाधार बारिश हो रही है। इससे कई जगह पानी भर गया है। बारिश और भूस्खलन के चलते रविवार सुबह तक 307 सड़कें यातायात के लिए बंद थीं। इनमें सबसे अधिक 156 सड़कें अकेले मंडी जिले में हैं जो आपदा से बुरी तरह प्रभावित हुआ है। इसके अलावा, 284 बिजली ट्रांसफार्म और 210 जलापूर्ति योजनाएं भी ठप पड़ी हैं।
गुजरात और राजस्थान में भी भारी बारिश हुई है। गुजरात के महीसागर, गांधीनगर, मेहसाणा, खेड़ा, दाहोद और पंचमहल समेत 8 जिलों में भारी बारिश को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। मूसलाधार बारिश से गांधीनगर के कई इलाकों में पानी भर गया है। राजस्थान के बाड़मेर में बारिश से जगह-जगह जलभराव हो गया है। कई इलाकों में घरों में गंदा पानी घुस गया है। असम में अगले दो दिन और केरल में अगले पांच दिनों तक भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है।
बिहार में बीते 24 घंटे के दौरान हुई मूसालधार बारिश के कारण गंगा, कोसी, सोन,बागमती, गंडक, कमला और अथर्व सहित प्रमुख नदियों का जल स्तर तेजी से बढ़ रहा है। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से अलर्ट रहने को कहा है। पटना, बांका, मुजफ्फरपुर, बेगूसराय, बक्सर, गयाजी, कैमूर, नालंदा और वैशाली समेत कई जिलों में भारी बारिश से जलभराव भी हुआ है। पटना में कई सड़कें और निचले इलाकों में पानी भर गया है।
अगले दो दिन के दौरान पटना समेत कई जिलों में भारी बारिश को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। सिक्किम और कलिमपोंग में भारी बारिश के कारण पश्चिम बंगाल में भी तीस्ता और जलढाका समेत कई नदियां उफान पर हैं। मंगलवार सुबह तक बारिश का अलर्ट भी जारी किया गया है। भूस्खलन के चलते सिक्किम और सिलीगुड़ी को जोड़ने वाला राष्ट्रीय राजमार्ग पर यातायात बाधित हुआ है।