नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली समेत एनसीआर में शुक्रवार सुबह से लगातार हो रही है. इसी बीच निजामुद्दीन इलाके में बड़ा हादसा हो गया. हुमायूं के मकबरे के पीछे स्थित फतेह शाह की दरगाह की दीवार व छत का एक हिस्सा अचानक ढह गया. इस दौरान कई लोग दरगाह के भीतर मौजूद थे, जो मलबे के नीचे दब गए हैं.
फायर डिपार्टमेंट के मुताबिक, 3 महिलाओं और 2 पुरुषों की मौत हो गई है, एक और मौत की पुष्टि हुई है, जबकि 3 लोग घायल हो गए हैं. इनकी पहचान की जा रही है. कई लोगों को मलबे से निकालकर अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है. पुलिस कंट्रोल रूम को दोपहर 3:55 बजे इस घटना की सूचना मिली.
सूचना मिलते ही निजामुद्दीन थाने के एसएचओ व स्थानीय पुलिस टीम महज पांच मिनट में मौके पर पहुंची और तुरंत राहत कार्य शुरू कर दिया गया. थोड़ी ही देर में दमकलकर्मी, कैट्स एम्बुलेंस और बाद में राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की टीम भी बचाव कार्य में शामिल हो गई.
लोगों को निकाला गया: दिल्ली पुलिस की तरफ से जारी की गई जानकारी के मुताबिक, मलबे से लोगों को निकाला जा चुका है. एम्स में कुल 9 लोग लाए गए, जिनमें से पांच की मौत हो गई और चार की हालत स्थिर है और अंडरऑब्जर्वेशन में हैं. घायलों में एक पांच साल का बच्चा भी शामिल है.मरने वालों में 79 और 35 वर्ष के पुरुष और 42, 40 और 40 वर्ष की महिलाएं शामिल हैं. हालांकि हादसे में पीड़ितों की सही संख्या का फिलहाल आधिकारिक आंकड़ा उपलब्ध नहीं कराया गया है.
अधिकारियों का कहना है कि मलबा पूरी तरह हटाने व सभी पीड़ितों को सुरक्षित निकालने के बाद ही नुकसान और घायल लोगों की सही संख्या का पता चल सकेगा. घटना को लेकर आप नेता सौरभ भारद्वाज ने ‘एक्स’ पर पोस्ट कर कहा, पार्षद सारिका चौधरी मौके पर हैं और हर संभव मदद की कोशिश कर रही है.हुमायूं के मकबरे का हिस्सा नहीं: एनडीआरएफ व दमकल विभाग के कर्मचारी मलबा हटाने व फंसे लोगों को निकालने में जुटे हुए हैं. मौके पर बड़ी संख्या में स्थानीय लोग भी मौजूद हैं, जो बचावकर्मियों की मदद भी कर रहे हैं.
वहीं, दूसरी ओर हुमायूं के मकबरे के साइट इंचार्ज रोहित कुमार ने स्पष्ट किया है कि हादसे में गिरी मस्जिद की दीवार व छत हुमायूं के मकबरे का हिस्सा नहीं है. यह संरचना भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) के अधीन भी नहीं है. उन्होंने बताया कि यह मस्जिद हुमायूं टॉम्ब की बाउंड्री के पास स्थित है, लेकिन उससे वास्तुशिल्प या प्रशासनिक रूप से जुड़ी हुई नहीं है.