संयुक्त राष्ट्र। इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा है कि उनकी सेना गाजा में हमास के खिलाफ अपना काम पूरा करेगी। कुछ पश्चिमी देश दबाव के चलते गलत बातें कर रहे हैं इसलिए इजरायल उनकी बात नहीं मानेगा।नेतन्याहू ने यह बात संयुक्त राष्ट्र महासभा में अपने उद्बोधन में कही है। तमाम देशों के प्रतिनिधि उनका भाषण शुरू होते ही उठ खड़े हुए और विरोध जताते हुए सभागार से बाहर चले गए। कई देशों के प्रतिनिधियों ने हाल में नारेबाजी भी की। लेकिन इस दौरान अमेरिका और इजरायल के प्रतिनिधियों ने ताली बजाकर नेतन्याहू का उत्साहवर्धन किया।
हाल में कई देशों द्वारा स्वतंत्र फलस्तीन राष्ट्र को मान्यता दिए जाने के प्रकरण का जिक्र करते हुए नेतन्याहू ने कहा, आपका गलत निर्णय विश्व में सभी स्थानों पर यहूदी समुदाय के प्रति आतंकवाद को बढ़ावा देगा।विदित हो कि नेतन्याहू इस समय मानवता के खिलाफ अपराध के आरोपों का सामना कर रहे हैं और उन पर गाजा में युद्ध को रोकने के लिए भारी दबाव है। लेकिन उन्होंने कोई दबाव मानने से इनकार कर दिया है। संयुक्त राष्ट्र के मंच पर भाषण के लिए आए नेतन्याहू ने कोट पर गाजा में इजरायली बंधकों से संबंधित क्यूआर कोड लगा रखा था।
उन्होंने मंच से एक नक्शा दिखाया जिसमें फलस्तीनी-हिजबुल्ला-ईरानी इलाकों को द कर्स (अभिशाप) का शीर्षक लगाकर प्रदर्शित किया गया था। नेतन्याहू ने हमास को सभी 48 इजरायली बंधकों को रिहा करने का संदेश भी दिया। कहा, अगर बंधकों को रिहा कर दिया गया तो हमास लड़ाके जिंदा रहेंगे और अगर बंधक रिहा नहीं हुए तो इजरायल लड़ाकों को ढूंढ़कर मारा जाएगा।
संयुक्त राष्ट्र के मंच से नेतन्याहू ने दुनिया से ईरान की परमाणु बम बनाने की कोशिश को रोकने और उसे हतोत्साहित करने का अनुरोध किया। कहा कि ईरान को रोका न गया तो उसके भयंकर दुष्परिणाम होंगे। नेतन्याहू ने पूछा, विश्व में डेथ ऑफ अमेरिका का नारा कहां पर लगता है और इसे कौन लगाता है..कुछ क्षण रुककर कहा- यह नारा ईरान, हमास, हिजबुल्ला और हाउती के लोग लगाते हैं-इजरायल इन्हीं के खिलाफ कार्रवाई कर रहा है।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि गाजा को लेकर समझौता नजदीक है और जल्द ही सभी बंधक छूटेंगे। इस समझौते से गाजा में करीब दो वर्ष से चल रही लड़ाई भी रुकेगी और वहां पर शांति आएगी। ट्रंप ने प्रस्तावित समझौते को लेकर विस्तृत ब्योरा देने से इन्कार कर दिया। इससे पहले ट्रंप ने कहा कि यह समय रुकने का है। उन्होंने विश्वास दिलाया कि इजरायल फलस्तीनी बहुल वेस्ट बैंक पर कब्जा कर उसे अपना हिस्सा घोषित नहीं करेगा।
गाजा में मानवता के खिलाफ अपराध मामलों में अंतरराष्ट्रीय न्यायालय से जारी गिरफ्तारी वारंट के चलते इजरायल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू शुक्रवार को रास्ता बदलकर संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक में भाग लेने न्यूयार्क पहुंचे।नेतन्याहू का विमान उन यूरोपीय देशों की वायुसीमा के भीतर बिल्कुल नहीं गया जो इजरायली प्रधानमंत्री के खिलाफ हैं और उनकी गिरफ्तारी का अंदेशा है। नेतन्याहू का विमान भूमध्य सागर और जिब्राल्टर की खाड़ी के ऊपर से उड़ते हुए असामान्य मार्ग से न्यूयॉर्क पहुंचा।