इस देश में होती है केवल 40 मिनट की रात

उदय दिनमान डेस्कः  नॉर्वे यूरोप का एक ऐसा देश है जहां मई से जुलाई तक लगभग 76 दिनों तक रात केवल 40 मिनट की होती है। इस दौरान रात 12:40 बजे सूरज डूबता है और करीब 1:30 बजे फिर से सूर्योदय हो जाता है। यानी लगभग पूरा समय उजाला ही रहता है। यह अनोखी घटना इसलिए होती है क्योंकि धरती अपनी धुरी पर 66 डिग्री के झुकाव पर घूमती है और नॉर्वे उत्तरी ध्रुव के बहुत नज़दीक स्थित है। इसी वजह से वहां पर कभी पूरी तरह अंधेरा नहीं होता। इसे “मिडनाइट सन” या “आधी रात का सूरज” कहा जाता है। इस अद्भुत प्राकृतिक घटना को देखने के लिए हर साल हजारों पर्यटक नॉर्वे के आर्कटिक सर्कल क्षेत्रों की यात्रा करते हैं।

धरती पर एक ऐसी जगह भी है जहां दिन और रात का चक्र बिल्कुल अलग है। अलास्का के उत्तरी हिस्से में, जो आर्कटिक सर्कल के भीतर स्थित है, यहां हर साल करीब दो महीने तक सूरज बिल्कुल नहीं निकलता। इस घटना को “पोलर नाइट” कहा जाता है। इस दौरान सूरज क्षितिज के नीचे रहता है, जिससे चारों ओर अंधेरा छा जाता है। लोग रात के समय ही अपने काम करते हैं, बच्चे स्कूल जाते हैं और ऑफिस भी रात में खुलते हैं। यहां जीवन पूरी तरह रात में चलता है।

मई से जुलाई तक नॉर्वे में दिन 20 घंटे तक रहता है यानी सूरज की रौशनी रहती है। लेकिन इसके बाद परिस्थिति बदल जाती है। नॉर्वे में नवंबर, दिसंबर और जनवरी में पूरी तरह से अंधेरा रहता है, इन 3 महीनों में सूरज निकलता ही नहीं है। पूरी तरह से अंधेरा रहता है। मई से जुलाई के बीचे नॉर्वे में कुछ इलाकों हैं जहां रोज सूरज एकदम नहीं ढलता, रोशनी पूरे वक्त बनी रहती है, वो हैं-उत्तरी नॉर्वे का हेलजेलैंड, बोडो एंड साल्टेन, लोफोटेन और वेस्टेरालेन, ट्रॉम्स, फिनमार्क और स्वालबार्ड।

ये मजेदार चीज देखने के साथ-साथ नॉर्वे घूमने के लिहाज से भी काफी प्रसिद्ध जगह है। ओस्लो शहर अपने संग्रहालयों और वाइकिंग इतिहास के लिए प्रसिद्ध है। बर्गन से आप खूबसूरत फ्योर्ड्स देख सकते हैं। लोफोटन द्वीप अपने प्राकृतिक सौंदर्य और मछली गांवों के लिए जाने जाते हैं। ट्रोम्सो में आप नॉर्थन लाइट्स का अद्भुत नजारा देख सकते हैं।

दुनिया में कुछ जगहें ऐसी हैं जहां सूरज लंबे समय तक नहीं डूबता। नार्वे उन्हीं देशों में से एक है, जहां मई से जुलाई तक रात नहीं होती। यहां आधी रात के बाद करीब 12:43 बजे सूरज डूबता है और केवल 40 मिनट बाद यानी करीब 1:30 बजे फिर से उग जाता है।

यह अनोखा सिलसिला हर साल लगभग 76 दिनों तक चलता है। इसी कारण नार्वे को ‘लैंड ऑफ द मिडनाइट सन’ कहा जाता है। वहीं यूरोप का सबसे बड़ा द्वीप आइसलैंड भी इस खासियत के लिए प्रसिद्ध है। आइसलैंड में भी मई से जुलाई के अंत तक सूरज लगभग पूरे दिन आसमान में रहता है, जिससे वहां रात का अनुभव नहीं हो पाता।

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