चीन :चीन की एक कंपनी यूबीटेक रोबोटिक्स ने सैकड़ों ह्यूमनॉइड रोबोट्स बना लिए हैं। इन्हें चाइनीज ह्यूमनोइड रोबोट आर्मी कहा जा रहा है। यह वीडियो इंटरनेट पर खूब शेयर किया जा रहा है। सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहे वीडियो में रोबोट एक साथ कतार में खड़े होकर चलते दिख रहे हैं।
कंपनी ने इसे अपनी दूसरी पीढ़ी के रोबोट का प्रमोशन बताया है। यह कंपनी की पहली बड़ी डिलीवरी है। वीडियो देखकर कुछ लोग हैरान हैं तो कुछ डरे हुए हैं। यह वीडियो sci-fi फिल्म जैसा लगता है लेकिन असल है। रोबोट्स की आर्मी आगे बढ़ रही है। कुछ लोगों को तो इस वीडियो पर यकीन तक नहीं हुआ और उन्होंने इसे एआई जनरेटेड वीडियो बता दिया।
वीडियो एक सफेद और साफ गोदाम में शूट किया गया है। रोबोट्स सीधी लाइन में खड़े हैं। पहले वे अपनी पीठ से बैटरी पैक निकालते और वापस डालते हैं। यह दिखाता है कि वे खुद काम कर सकते हैं। फिर सब एक साथ बैठते हैं, पैर टैप करते हैं और चलना शुरू करते हैं। आखिर में वे खुद ट्रक में चढ़ जाते हैं। कैमरा दूर जाकर कई ट्रक दिखाता है जो रोबोट्स से भरे हैं। कैप्शन में लिखा है ‘मार्च फॉरवर्ड’ यानी आगे बढ़ो।
यूबीटेक रोबोटिक्स चीन मे शेनझेन शहर में है। यह वीडियो दूसरी जनरेशन के रोबोट को लॉन्च करने के लिए बनाया गया। रोबोट्स खुद बैटरी हैंडल करते हैं और ट्रक में लोड होते हैं। कंपनी इसे बड़ी उपलब्धि बता रही है। यह पहली बार है जब इतने सारे रोबोट एक साथ डिलीवर हो रहे हैं। वीडियो 360 डिग्री व्यू देता है ताकि रोबोट्स की ताकत दिखे।
ह्यूमनॉइड रोबोट्स इंसानों जैसे दिखते और काम करते हैं। वे इंसानों के साथ मिलकर काम करने के लिए बनाए जाते हैं। पहला ऐसा रोबोट 1973 में जापान की वासेडा यूनिवर्सिटी ने बनाया था, जिसका नाम वाबॉट-1 था। यह पूरा इंसान जैसा था। तब से रोबोट्स बनाने की कोशिश जारी है। अब चीन इसमें आगे है। टेक कंपनियां और अमीर लोग रोबोट्स को इंसानों से अच्छा मानते हैं। रोबोट्स घर का काम, फैक्ट्री का काम आसानी से कर सकते हैं।
लेकिन मजदूर और ऑफिस वर्कर डरे हुए हैं। उनकी नौकरी रोबोट छीन लेंगे। महीने की सैलरी बंद हो जाएगी तो परिवार कैसे चलेगा। रोबोट्स को सैलरी नहीं देनी, वे थकते नहीं। इस कारण कंपनियां रोबोट्स चुनेंगी। गरीब और मिडिल क्लास को सबसे ज्यादा नुकसान होगा। रोबोट्स की तकनीक रोमांचक है लेकिन डर भी पैदा करती है। टेक जगत से जुड़े लोग भले खुश हैं, लेकिन आम आम लोग चिंतित हैं।
चीन की प्रतिस्पर्धा अमेरिका के साथ है। अमेरिका और चीन में तकनीक को लेकर लड़ाई रहती है। लिहाजा, चीन द्वारा बनाई गई इतनी बड़ी रोबोट फोर्स को देखकर अमेरिका का चौंकना तय है। चीन की इस उपलब्धि को देखते हुए अमेरिका के हाथ-पांव फूल सकते हैं। अब यह देखना होगा कि इस टेक वॉर में अमेरिका का अगला कदम क्या होता है।
