नई दिल्ली: भारत में आलू को सब्जियों का राजा कहा जाता है। इसकी लोकप्रियता का आलम यह है कि यह हर सीजन में खाया जाता है और इसे कंप्लीट फूड माना जाता है। रिटेल मार्केट में आलू की कीमत आजकल 25 रुपये प्रति किलो के आसपास है। लेकिन दुनिया के कई देशों में आलू की कीमत भारत से कई गुना ज्यादा है। एशियाई देशों में आलू सबसे महंगा दक्षिण कोरिया में है। कोरिया की राजधानी सोल में आपको एक किलो आलू के लिए 4.28 डॉलर यानी करीब 380 रुपये खर्च करने होंगे।
जापान में आलू कीमत 2.95 डॉलर है। इसी तरह ताइवान में आपको एक किलो आलू खरीदने के लिए 2.82 डॉलर खर्च करने होंगे। हॉन्ग कॉन्ग में एक किलो आलू की कीमत 2.61 डॉलर, फिलीपींस में 2.46 डॉलर, सिंगापुर में 2.28 डॉलर, इंडोनेशिया में 1.51 डॉलर, थाईलैंड में 1.49 डॉलर, वियतनाम में 1.02 डॉलर, चीन में 0.98 डॉलर और मलेशिया में 0.91 डॉलर है।
वैसे दुनिया का सबसे महंगा आलू फ्रांस में Le Bonnotte किस्म का माना जाता है। इसकी कीमत करीब 1 लाख रुपये किलो है। इतना महंगा होने का बावजूद लोग लाइन लगाकर यह आलू खरीदते हैं। इसकी वजह यह है कि पूरी दुनिया में इसका सालाना उत्पादन केवल 100 टन है। हर साल यह आलू मई और जून में ही बिक्री के लिए आता है। यह आलू अटलांटिक महासागर में Loire इलाके में स्थित फ्रांस के Noirmoutier द्वीप में उगाया जाता है।
अपने अनोखे स्वाद के कारण इसकी बहुत मांग रहती है। हालांकि इसकी कीमत फसल की आवक के कारण कम-ज्यादा हो सकती है। इस आलू का नाम स्थानीय किसान Benoît Bonotte से आया है। माना जाता है कि उन्होंने ही सबसे पहले यह आलू उगाया था।
यह आलू की खेती परंपरागत तरीके से की जाती है। पूरा काम हाथों से होता है और इसमें मशीनों का इस्तेमाल नहीं होता है। यह आकार में छोटा होता है और इसका छिलका भी बहुत पतला होता है। अमूमन इसे उबालकर बटर और नमक के साथ खाया जाता है।
