नई दिल्ली। इजरायल डिफेंस फोर्स (IDF) ने हाल में एक खुफिया सुरंग खोजी है। गाजा पट्टी में इस सीक्रेट जगह को हमास के शीर्ष कमांडर उपयोग करते थे। यहीं पर हमास के लड़ाकों ने अपने लेफ्टिनेंट हैदर गोल्डिन की लाश को भी रखा था।दरअसल, लेफ्टिनेंट हैदर गोल्डिन साल 2014 में इजरायल हमास के बीच युद्ध में मारा गया था। इसी महीने की शुरुआत में हैदर गोल्डिन का शव इजरायल ने बरामद किया था।
आईडीएफ ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक वीडियो शेयर किया है। आईडीएफ का दावा है कि यह वह सुरंग है, जहां पर गोल्डिन की लाश रखी गई थी। इजरायल डिफेंस फोर्स ने कहा कि सुरंग घनी आबादी वाले राफा इलाके के नीचे से होकर गुजरती है और UNRWA के कंपाउंड, मस्जिदों, क्लीनिकों और किंडरगार्टन से होकर गुजरती है।माना जा रहा है कि इस सुरंग का इस्तेमाल हमास के लड़ाके और कमांडर हथियार रखने, हमलों की प्लानिंग करने और ज्यादा समय तक रहने के लिए करते थे।
आईडीएफ का कहना है कि ये खुफिया सुरंग कुल 7 किलोमीटर से अधिक लंबी है और 25 मीटर गहरी है और इसमें 80 कमरे हैं। सुरंग का पता एलीट याहलोम कॉम्बैट इंजीनियरिंग यूनिट और शायेत 13 नेवल कमांडो यूनिट ने लगाया।खोजबीन के दौरान मिलिट्री को ऐसे कमरे भी मिले हैं, जिन्हें सीनियर हमास के कमांडर कमांड पोस्ट के तौर पर इस्तेमाल करते थे। इन कमांडर्स में मुहम्मद शबाना भी शामिल था। इसी साल मई के महीने में हमास लीडर मोहम्मद सिनवार के साथ मारा गया था।
एक अन्य पोस्ट में आईडीएफ ने जानकारी दी है कि मारवान अल-हम्स को गिरफ्तार कर लिया गया है, जो लेफ्टिनेंट हदर गोल्डिन की मौत का पता लगाने में शामिल एक हमास टेररिस्ट था।पोस्ट में कहा गया कि अल-हम्स पर राफा में व्हाइट-क्राउन्ड टनल में लेफ्टिनेंट गोल्डिन को दफनाने की जगह जानने का भी शक था। पोस्ट में कहा गया कि जुलाई 2025 का ऑपरेशन पिछले 6 महीनों में लेफ्टिनेंट हदर गोल्डिन को वापस लाने और उन्हें इज़राइल में दफ़नाने के लिए किए गए दर्जनों कॉन्फिडेंशियल ऑपरेशन का हिस्सा था।

