170 को फांसी पर लटकाया !

इस्लामाबाद: सऊदी अरब में गिरफ्तार होने वाले और सजा पाने वाले विदेशी नागरिकों में पाकिस्तानी सबसे ज्यादा हैं। पाकिस्तान के सीनियर पत्रकार जाहिद गिश्कोरी ने अपनी एक वीडियो रिपोर्ट में सऊदी में पाकिस्तानियों की खराब हालत का खुलासा किया है।

जाहिद ने बताया है कि बीते दस साल में सऊदी अरब में आपराधिक मामलों में पाकिस्तानियों का नाम सबसे ऊपर रहा है। पाकिस्तानियों के खिलाफ सबसे ज्यादा मुकदमे हुए हैं और उनको फांसी की सजा दूसरे मुल्कों के नागरिकों से ज्यादा हुई है।

जहिद का कहना है कि सऊदी अरब में 2014 के बाद से यानी बीते 10 साल में 170 पाकिस्तानी नागरिकों को फांसी दी गई है। हत्या और दूसरे गंभीर मामलों में ये फांसी दी गई हैं। जाहिद ने ये आंकड़ा सऊदी सरकार और कुछ एनजीओ के जरिए से जुटाया है। जाहिद ने इस पर चिंता जताते हुए पाकिस्तान सरकार से इस ओर ध्यान देने की अपील की है।

जाहिद ने बताया है कि बुधवार को भी एक पाकिस्तानी को सऊदी फांसी हुई है। ये दिखाता है कि सऊदी में पाकिस्तानियों के खिलाफ कानूनी शिकंजा लगातार कसा जा रहा है। जाहिद का कहना है कि बीता साल, 2024 खासतौर से पाकिस्तानियों के लिए खराब रहा। 2024 में 21 पाकिस्तानी कैदियों को अलग-अलग मामलों में फांसी दी गई है।

जाहिद के मुताबिक, साल 2014 में सऊदी अरब में 12 पाकिस्तानियों को फांसी दी गई थी। इसके बाद 2015 में 14 पाकिस्तानियों को, 2016 में 5 पाकिस्तानियों को, 2017 में 13 पाकिस्तानियों को 2018 में 18 पाकिस्तानियों और साल 2019 में एक पाकिस्तानी कैदी को फांसी दी गई थी। ये सजाएं अलग-अलग मामलों में दी गई।

सऊदी अरब में इस साल यानी 2025 में तीन पाकिस्तानियों को फांसी दी जा चुकी है। सऊदी में फिलहाल सात हजार से ज्यादा पाकिस्तानी जेलों में बंद है। इनमें से 28 को मौत की सजा हो चुकी है और कानूनी कार्यवाही चल रही है। पाकिस्तान की महिलाएं भी सऊदी की जेल में हैं। 22 पाकिस्तानी औरतें भी सऊदी के जेल में हैं। इनमें से दो महिला भी मौत की सजा पा चुकी है।

जाहिद ने सवाल उठाया है कि सऊदी में पाकिस्तानियों को बचाने में हमारी सरकार और दूतावास मदद करता नहीं दिखा है। पाकिस्तानियों को सऊदी में सबसे ज्यादा फांसी हो रही है तो ये पाक सरकार के सामने बड़ा सवाल है। अपने नागरिकों को बचाने में पाकिस्तान सरकार फेल है। खासतौर से ऐसे लोगों को सरकार की मदद होनी चाहिए, जो छोटे-मोटे मालमों में बंद हैं और जुर्माना देकर बाहर आ सकते हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *