न्यूयॉर्क:संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने अमेरिका और वेनेजुएला के बीच बढ़ते तनाव को देखते हुए दोनों देशों से संयम बरतने की अपील की है। संयुक्त राष्ट्र ने अमेरिका और वेनेजुएला से अंतरराष्ट्रीय कानून का सम्मान करने की अपील भी की। संयुक्त राष्ट्र महासचिव की अपील ऐसे समय आई है, जब वेनेजुएला के राष्ट्रपति निकोलस मादुरो ने यूएन महासचिव को फोन किया। मादुरो ने यूएन महासचिव से क्षेत्र में जारी तनाव पर चर्चा की और उनसे संयम की अपील की।
गुटेरेस के कार्यालय से जारी एक बयान में कहा गया, ‘महासचिव को वेनेजुएला के राष्ट्रपति निकोलस मादुरो का फोन आया, जिसमें क्षेत्र में मौजूदा तनाव पर चर्चा हुई।’ बयान में आगे कहा गया, ‘फोन पर बातचीत के दौरान, महासचिव ने सदस्य देशों से अंतरराष्ट्रीय कानून, विशेष रूप से संयुक्त राष्ट्र चार्टर का सम्मान करने, संयम बरतने और क्षेत्रीय स्थिरता बनाए रखने के लिए तनाव कम करने की आवश्यकता पर संयुक्त राष्ट्र के रुख की पुष्टि की।’
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, मादुरो ने एक बयान में कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने वेनेजुएला के प्रति अपने असली इरादे उजागर कर दिए है, ट्रंप ने दावा किया कि वेनेजुएला ने अमेरिका का तेल, जमीन और अन्य संपत्ति चुरा ली है।
मादुरो ने कहा कि ट्रंप के दावे से पता चलता है कि अमेरिका वास्तव में वेनेजुएला के क्षेत्र और संसाधनों पर कब्जा कर सत्ता परिवर्तन चाहता है। इससे पहले, अमेरिका ने वेनेजुएला के पास नौसैनिक बलों की तैनाती को ड्रग-तस्करी से लड़ने के उद्देश्य से बताया था।
मादुरो ने कहा, ‘यह सिर्फ युद्ध भड़काने वाला और उपनिवेशवादी बहाना है, और हमने यह कई बार कहा है, और अब हर कोई सच्चाई देख रहा है। सच्चाई सामने आ गई है।’ मादुरो ने आरोप लगाया, ‘वेनेजुएला में लक्ष्य सत्ता परिवर्तन करके एक कठपुतली सरकार थोपना है जो 47 घंटे भी नहीं टिकेगी, जो संविधान, संप्रभुता और सारी संपत्ति सौंप देगी, जिससे वेनेजुएला एक उपनिवेश बन जाएगा, लेकिन ऐसा कभी नहीं होगा।’
मंगलवार को, ट्रंप ने ट्रुथ सोशल पर लिखा, ‘वेनेजुएला के आसपास सैन्य तैनाती तब तक बढ़ेगी जब तक वेनेजुएला अमेरिका को तेल, ज़मीन और अन्य संपत्ति जो उन्होंने पहले हमसे चुराई थी, वापस नहीं कर देता।’ ट्रंप ने मीडिया से बात करते हुए कहा, वेनेजुएला ने अवैध रूप से ऊर्जा अधिकार ले लिए हैं और अमेरिका उन्हें वापस चाहता है।
‘हमें जमीन, तेल के अधिकार, जो कुछ भी हमारे पास था, वह सब वापस मिल रहा है, जो उन्होंने इसे हमसे छीन लिया था, क्योंकि शायद हमारे राष्ट्रपति इस पर ध्यान नहीं दे रहे थे। लेकिन वे अब ऐसा नहीं कर पाएंगे। हम इसे वापस चाहते हैं। जैसा कि आप जानते हैं, उन्होंने हमारी कंपनियों को बाहर निकाल दिया था और हम इसे वापस चाहते हैं।’
अमेरिका के मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, वेनेजुएला ने 1970 के दशक में अपने तेल सेक्टर को राज्य के कंट्रोल में ले लिया था। इससे पहले, उसके तेल क्षेत्रों में अमेरिकी कंपनियों की मौजूदगी बहुत ज़्यादा थी।

