यहां हो रही है ‘खून की बारिश’

ईरान :ईरान के होर्मुज द्वीप ने एक बार फिर से अपनी अद्भुत और रहस्यमय खूबसूरती से दुनिया का ध्यान अपनी ओर खींचा है. हाल ही में हुई भारी बारिश के बाद, इस द्वीप के तटों और समुद्र के किनारों पर ‘खून’ की तरह लाल रंग छा गया है. यह रंग, जो पहली नजर में अजीब और बाहरी दुनिया से आया सा लगता है, वास्तव में प्राकृतिक और पूरी तरह सुरक्षित है.यह घटना इस छोटे से द्वीप की विशेष भूगर्भीय संरचना के कारण होती है. होर्मुज द्वीप, जो फारस की खाड़ी के पास और स्ट्रेट ऑफ होर्मुज के निकट स्थित है, अपनी रंगीन भू-प्रकृति और अनोखी चट्टानों के लिए जाना जाता है. यहां की मिट्टी और पहाड़ लोहे के ऑक्साइड से भरपूर हैं, खासतौर पर हीमेटाइट नामक खनिज.

हीमेटाइट (Fe2O3) एक प्राकृतिक लौह ऑक्साइड है, जो धरती पर लाल रंग उत्पन्न करता है और मंगल ग्रह की सतह पर भी इसी खनिज की मौजूदगी के कारण लाल रंग दिखता है जब बारिश होती है, तो पानी इन लोहे से भरपूर पहाड़ों और मिट्टी से होकर बहता है और इसमें से हीमेटाइट के कण समुद्र के किनारे पहुंचते हैं. इससे समुद्र का पानी और रेत लाल रंग में रंग जाती है. इस तरह का प्राकृतिक रंग परिवर्तन केवल एक मौसमीय घटना है और यह तटीय पर्यावरण के लिए हानिकारक नहीं है. हालांकि, लगातार अपर्याप्त नियंत्रण के बिना सतह की मिट्टी का कटाव द्वीप की भू-रूपरेखा को धीरे-धीरे बदल सकता है, इसलिए पर्यावरण विशेषज्ञ इस घटना पर नजर रख रहे हैं.

होर्मुज द्वीप की मिट्टी और चट्टानें नमक के डोम्स, ज्वालामुखी अवशेषों और विभिन्न खनिजों से बनी हैं. यहां की मिट्टी में ऑक्रे, जिप्सम और लौह अयस्क प्रमुख हैं. स्थानीय लोग इन खनिजों का इस्तेमाल पारंपरिक रंग बनाने में करते हैं, जो इस द्वीप की सांस्कृतिक और आर्थिक पहचान है. बारिश के बाद इस लाल रंग का नजारा ऐसा लगता है, जैसे कोई विशाल रंगीन कैनवास प्रकृति ने तैयार किया हो. पर्यटक और वैज्ञानिक दोनों इस प्राकृतिक रंग की अद्भुतता को कैमरे में कैद करने के लिए आते हैं. यह घटना भू-विज्ञान, जलवायु और रसायन विज्ञान के बीच एक अनोखे संगम का उदाहरण है.

होर्मुज द्वीप का यह प्राकृतिक लाल रंग केवल एक दृश्य चमत्कार ही नहीं, बल्कि हमें पृथ्वी की सतह पर हो रहे प्राकृतिक और भूगर्भीय प्रक्रियाओं की समझ भी देता है. यह दिखाता है कि कैसे प्राकृतिक घटक और मौसम मिलकर धरती को अनोखे रंगों से सजाते हैं. साथ ही, पर्यावरण संरक्षण की जरूरत को भी रेखांकित करता है, ताकि इस खूबसूरती को बनाए रखा जा सके. यह नजारा सिर्फ वैज्ञानिकों के लिए नहीं, बल्कि हर प्रकृति प्रेमी और पर्यटक के लिए एक मनमोहक अनुभव है, जो धरती और मंगल ग्रह के बीच के कनेक्शन को भी दर्शाता है.

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