भारत को मिला अफगानिस्तान का साथ

काबुल: कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले की निंदा करते हुए तालिबान ने भारत का समर्थन किया है। अफगानिस्तान की सत्ता पर काबिज तालिबान के बड़े नेता सुहैल शाहीन ने पहलगाम हमले पर अपने बयान में पाकिस्तान को आईना दिखाते हुए कहा कि इस घटना के दोषियों को न्याय के कटघरे में लाते हुए सख्त से सख्त सजा मिलनी चाहिए। पहलगाम में पर्यटकों को निशाना बनाते हुए 22 अप्रैल को किए गए आतंकी हमले में 25 भारतीय और एक नेपाली नागरिक मारे गए हैं। इस हमले ने भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव को काफी ज्यादा बढ़ा दिया है।

तालिबान के दोहा स्थित राजनीतिक कार्यालय के प्रमुख और कतर के लिए अफगानिस्तान के नामित राजदूत सुहैल शाहीन ने पहलगाम में हुए आतंकी हमले की कड़े शब्दों में निंदा की है। सुहैल ने स्पुतनिक इंडिया से बात करते हुए कहा कि इस घटना की व्यापक जांच होनी चाहिए ताकि असली दोषियों को खोजकर उन्हें न्याय के कटघरे में लाया जा सके।दोस्त की हत्या के बाद किए 300 टुकड़े, लाश के सामने BF संग बनाए संबंध, कातिल एक्ट्रेस की कहानी
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अफगानिस्तान की तालिबान सरकार के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अब्दुल कहर बल्खी ने भी पहलगाम हमले पर बयान दिया है। उन्होंने कहा कि इस तरह की घटनाएं क्षेत्रीय सुरक्षा और स्थिरता के प्रयासों को कमजोर करती हैं। ऐसे में जरूरी है कि इसके दोषियों को सजा मिले ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं ना हों। तालिबान का पहलगाम हमले पर बयान और भारत के प्रति समर्थन अहम है क्योंकि पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच संबंध बीते कुछ दिनों से अच्छे नहीं हैं।

पहलगाम आतंकी हमले के तार पाकिस्तान से जुड़े हैं। इस हमले की जिम्मेदारी द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) नाम के आतंकी संगठन ने ली है। ये गुट प्रतिबंधित आतंकी समूह लश्कर-ए-तैयबा (LeT) से जुड़ा हुआ है। हालांकि पाकिस्तान सरकार ने भारत के आरोपों को खारिज किया है। पाकिस्तान का कहना है कि भारत बिना किसी सबूत के ही पहलगाम हमले के लिए इस्लामाबाद पर उंगली उठा रहा है।

पहलगाम हमले के बाद पाकिस्तान और भारत की ओर से आक्रामक बयानबाजी देखने को मिली है। दोनों देशों की ओर से कई कदम भी उठाए गए हैं। भारत ने सिंधु जल समझौते को निलंबित करते हुए सभी पाकिस्तानी नागरिकों को देश छोड़ने के लिए कहा है। पाकिस्तान ने इसके जवाब में शिमला समझौता रद्द करने की बात कही है। फिलहाल दोनों देशों के बीच युद्ध जैसे हालात नजर आ रहे हैं।

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