गीज़ा: दुनिया का सबसे बड़ा संग्रहालय खुल गया है. अब आम लोग और पर्यटक इसकी सैर कर सकेंगे. पिछले हफ्ते शनिवार को खुले इस अद्भुत गैलरी में प्राचीन सोने के कमरे और एक शापित ताबूत हैं. इसके अलावा एक लाख कलाकृतियां और गहने हैं.द सन की रिपोर्ट के मुताबिक ग्रैंड इजिप्टियन म्यूज़ियम मिस्र के गीज़ा में खुला है.
इस विशाल संग्रहालय में दुनिया की कुछ सबसे कीमती पुरातात्विक खोजें मौजूद हैं. यहां राजा Tut के प्रतिष्ठित सोने के मुखौटे और ताबूत हैं. अंदर आगंतुक महान पिरामिड के निर्माता की मां, रानी हेटेफेरेस के शानदार खजाने भी देख सकते हैं. जिनमें उनका अलबास्टर ताबूत, फर्नीचर और आभूषण, और राजा खुफू की भव्य देवदार की लकड़ी की नाव शामिल है.
तूतनखामेन का संग्रह पहले काहिरा शहर के पुराने मिस्र संग्रहालय में प्रदर्शित किया जाता था, लेकिन गीज़ा में नए संग्रहालय के आधिकारिक उद्घाटन से पहले इसे स्थानांतरित कर दिया गया है. तनखामेन का शरीर लक्सर में राजाओं की घाटी में स्थित उनके मकबरे में मौजूद है. इस मकबरे की खोज अंग्रेज पुरातत्वविद् हॉवर्ड कार्टर ने सात साल की खोज के बाद 1922 में की थी. तूतनखामेन के मकबरे की खोज एक काले अभिशाप से जुड़ी है. तूतनखामेन के अवशेषों के मिलने के बाद, अभियान से जुड़े कई लोगों की रहस्यमय परिस्थितियों में मृत्यु हो गई.
पिछले सप्ताहांत आगंतुकों ने संग्रहालय में प्रवेश किया, जिसके बाद उनका स्वागत रामसेस द्वितीय की 83 टन की प्रभावशाली प्रतिमा ने किया, जो 3200 साल पुरानी है. और आगंतुकों को पिरामिडों का भी शानदार नज़ारा मिलता है, जो केवल एक मील की दूरी पर स्थित हैं.संग्रहालय के निर्माण में कई बार देरी हुई, खासकर 2011 में अरब स्प्रिंग के दौरान. निर्माण में कुल 20 साल लगे हैं. इस स्थल का निर्माण 2005 में शुरू हुआ था.यह 5,00,000 वर्ग फुट में फैला है, जो इसे एक ही सभ्यता प्राचीन मिस्र को समर्पित दुनिया का सबसे बड़ा संग्रहालय बनाता है. संग्रहालय में बारह दीर्घाएं हैं जिनमें 3000 से भी अधिक वर्षों की कलाकृतियां हैं.

