रुद्रप्रयाग : विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, रुद्रप्रयाग की ओर से माई गोविन्द गिरी, सरस्वती विद्या मन्दिर बेलनी, रुद्रप्रयाग में विधिक साक्षरता एवं जागरुकता शिविर का आयोजन किया गया।
शिविर की अध्यक्षता सचिव/सीनियर सिविल जज, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण रुद्रप्रयाग, श्रीमती अनामिका सिंह के द्वारा की गयी। उनके द्वारा बताया गया कि हर व्यक्ति किसी ना किसी प्रकार से मानसिक तनाव से ग्रसित है और यदि समय रहते इस तनाव पर काबू नहीं पाया गया तो इस तनाव के कारण व्यक्ति कभी-कभी आत्महत्या जैसा बड़ा कदम उठा सकता है।
स्वस्थ शरीर मे ही स्वस्थ मस्तिष्क निवास करता है, इसलिए हमें अपने खान-पान में सुधार करके व्यायाम एवं योगा इत्यादि अपनी दिनचर्या में नियमित रुप से शामिल करना चाहिए, जिससे हमारा शरीर तो स्वस्थ होगा ही साथ ही हमारी मानसिक स्थिति सुदृढ़ होगी।
सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण रुद्रप्रयाग द्वारा बताया गया कि समाज के निर्धन एवं जरूरतमंद लोगों को निःशुल्क कानूनी सहायता प्रदान करना ही विधिक सेवा प्राधिकरण का उद्देश्य है। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण का कार्यालय जनपद रुद्रप्रयाग में स्थित है, कोई भी जरूरतमंद व्यक्ति कार्यालय में प्रार्थना-पत्र देकर निःशुल्क कानूनी जानकारी एवं कानूनी सहायता प्राप्त कर सकता है।
शिविर में उपस्थित चिकित्साधिकारी डॉ0 राजीव गैरोला के द्वारा मानसिक बीमारी को रोकने के लिए क्या-क्या उपाय अपनाए जा सकते है, पर विस्तार से चर्चा की गयी और बताया कि कॉउन्सलिंग इसका बेहतर विकल्प है। रिटेनर अधिवक्ता श्रीमती यशोदा खत्री के द्वारा शिविर में उपस्थित आमजन को मानसिक बीमारी से पीडित व्यक्तियों के अधिकारों के बारे में जानकारी दी गयी।
इसके अतिरिक्त शिविर में उक्त विद्यालय के प्रधानाचार्य श्री शशि मोहन उनियाल एवं अध्यापकगण, छात्र-छात्रायें, स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी एवं पी0एल0वीगण उपस्थित थे।