नवादा । बिहार में शुकव्रार को आसमान से मौत बरसी। नवादा में वज्रपात से आठ बच्चों की मौत हो गई। जबकि, लगभग एक दर्जन बच्चे जख्मी हो गए। वहीं, अरवल में तीन लोगों की इससे जान चली गई। बताया जाता है कि नवादा में सभी बच्चे आधी-बारिश के दौरान पीपल के एक पेड़ के नीचे जमा हो गए थे। इसी बीच पेड़ पर बिजली गिर गई। वहीं अरवल में मृतकों में सगे भाई भी शामिल थे।
मिली जानकारी के अनुसार नवादा जिले के काशीचक प्रखंड के धानपुर गांव मुशहरी टोला में यह घटना हुई।अपराह्न करीब तीन बजे आंधी-बारिश के दौरान हाइ स्कूल धानपुर के समीप स्थित महादलित टोला में वज्रपात हुआ।
बताया जाता है कि दोपहर में काफी गरमी थी। अचानक मौसम बदला और आंधी के साथ तेज बारिश होने लगी। आंधी-बारिश के दौरान वहां खेल रहे बच्चे पीपल के पेड़ के नीचे जमा हो गये। तभी आसमान से बिजली गिरी और हादसा हो गया। इसके साथ ही गांव में कोहराम मच गया है। घायल बच्चों को इलाज के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (बौरी) में भर्ती कराया गया है।
अरवल के करपी प्रखंड क्षेत्र के दो गांवों में शुक्रवार को बारिश के साथ हुए वज्रपात से सगे भाइयों समेत तीन लोगों की मौत हो गई। इससे दोनों गांव में कोहराम मच गया है। शहरतेलपा ओपी अंतर्गत खड़ासिन टोला मोतीचक में आकाशीय बिजली की चपेट में आने से 55 वर्षीय द्वारिका साव की मौत हो गई।
शुक्रवार की शाम वह घर के बाहर बंधी गाय को अंदर लाने के लिए बाहर निकले थे, तभी वज्रपात की चपेट में आ गए। वहीं, करपी थाना क्षेत्र के बघरा गांव में वज्रपात से भैंस चरा रहे सगे भाई 70 वर्षीय अवध यादव और 60 वर्षीय विनेश्वर यादव की मौत हो गई। भैंस की भी ठनका की चपेट में आने से मौत हो गई।