- नई दिल्लीः हिंदू धर्म में चैत्र नवरात्रि का विशेष महत्व है। 22 मार्च से चैत्र नवरात्रि शुरू हो चुकी है। 30 मार्च को रामनवमी है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, अष्टमी तिथि को ग्रहों का महासंयोग बन रहा है। 700 वर्षों बाद ऐसा शुभ संयोग बनने जा रहा है। इस दिन सात ग्रह चार राशियों में गोचर करेंगे। इन ग्रहों के गोचर से बड़े संयोग का निर्माण होगा।ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, फिलहाल बृहस्पति स्वराशि मीन राशि में हैं। बुध मेष राशि में गोचर कर रहा है। वहीं, सूर्य मीन राशि में और शनि अपनी स्वराशि कुंभ में है। ग्रहों के इस संयोग से मालव्य, केदार, हंस और महाभाग्य जैसे कई राज योग बनने जा रहे हैं। इन महायोगों के बनने से कई राशि के जातकों को विशेष लाभ मिलेगा।
शुक्र के मेष राशि में प्रवेश करने से मालव्य योग बन रहा है। इस योग का शुभ प्रभाव कन्या राशि के जातकों को देखने को मिलेगा। वहीं, मिथुन राशि वालों के लिए मालवीय और हंस राज योग विशेष फलदायी रहेगा। साथ ही मीन राशि के जातकों के शुभ दिन की शुरुआत महाभाग्य में शामिल होने से होगी। इसके परिणाम स्वरूप सभी राशियों का भाग्य सितारा चमकीला रहेगा।
