इजरायल के लिए खतरे की घंटी

नई दिल्ली। इजरायल ने 9 सितंबर को दोहा में हमास के अधिकारियों को निशाना बनाते हुए हवाई हमला किया था। यरुशलम से कतर पर किए गए इस हमले की कतर और अमेरिकी दोनों अधिकारियों ने कड़ी निंदा की है। वहीं, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप कतर की सुरक्षा की गारंटी देने के लिए एक कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर किए हैं।

दरअसल, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप ने जिस एग्जीक्यूटिव ऑर्डर पर साइन किया है, उसमें वादा किया गया है कि अमेरिका कतर की सुरक्षा की गारंटी देगा। सुरक्षा की इस गारंटी में खाड़ी देश पर दोबारा हमला होने पर जवाबी सैन्य बल का इस्तेमाल किया जाएगा। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप का यह आदेश पिछले महीने इजरायल द्वारा कतर पर किए हवाई हमले का बाद आया है। इस हवाई हमले के कारण पूरे क्षेत्र और उसके बाहर व्यापक आक्रोश फैल गया था।

वहीं, इस हमले को लेकर इजरायल की ओर से दावा किया गया था कि यह हवाई हमला अमेरिका समर्थित युद्धविराम प्रस्ताव पर चर्चा करने के लिए दोहा में हमास नेताओं की बैठक को निशाना बनाकर किया गया था। इस हवाई हमले में हमास वार्ता दल के कई सदस्य मारे गए. लेकिन इसमें किसी प्रमुख नेता की मौत नहीं हुई। इजरायल के इस हमले में कतर का एक सुरक्षा अधिकारी भी मारा गया।

अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा, “संयुक्त राज्य अमेरिका और कतर घनिष्ठ सहयोग, साझा हितों और हमारे सशस्त्र बलों के बीच घनिष्ठ संबंधों से एक साथ बंधे हुए हैं। इस इतिहास को ध्यान में रखते हुए और विदेशी आक्रमण से कतर राज्य के लिए उत्पन्न निरंतर खतरों को ध्यान में रखते हुए, बाहरी आक्रमण के विरुद्ध कतर राज्य की सुरक्षा और क्षेत्रीय अखंडता की गारंटी देना संयुक्त राज्य अमेरिका की नीति है।”

गौरतलब है कि कतर के मध्य पूर्व में अमेरिका का सबसे बड़ा सैन्य अड्डा अल उदीद एयरबेस स्थित है, यह सैन्य अड्डा लंबे समय से वाशिंगटन के क्षेत्रीय अभियानों का केंद्र रहा है। जिस एग्जीक्यूटिव ऑर्डर पर ट्रंप ने साइन किया है, उसमें साफ कहा गया है कि कतर की भूमि, संप्रभुता या महत्वपूर्ण इन्फ्रास्ट्रक्चर पर कोई भी सशस्त्र हमला अमेरिका की शांति और सुरक्षा के लिए सीधा खतरा माना जाएगा। अगर किसी देश ने कतर पर हमला किया तो अमेरिका सीधे सैन्य कार्रवाई करेगा।

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप इजरायल के इस हमले से नाखुश हैं। ट्रंप गाजा में फिर से युद्धविराम की मांग कर रहे हैं। इन सबके बीच नेतन्याहू ने ट्रंप से मुलाकात की और सोमवार को व्हाइट हाउस से टेलीफोन पर बात करते हुए अपने कतर के प्रधानमंत्री से दोहा में इजरायली हमले के लिए माफी मांगी।

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