बदरीनाथ।बदरीनाथ धाम परिसर के पीछे नीलकंठ पर्वत की तलहटी में बर्फ से लकदक पहाड़ी से हिमस्खलन हुआ जो 500 मीटर दूर ऋषि गंगा तक जा पहुंचा। हालांकि पंद्रह मिनट के बाद स्थिति सामान्य हो गई। मगर पंद्रह मिनट तक बर्फ का गुबार उड़ता रहा। इस घटना को तीर्थयात्रियों ने मोबाइल में कैद किया।
बदरीनाथ धाम के समीप की चोटियों पर भी बर्फ जमी हुई है। शनिवार को तो नीलकंठ पर्वत की तलहटी पर बर्फ से लकदक पहाड़ी से दोपहर करीब दो बजे हिमस्खलन हुआ जो ऋषि गंगा तक जा पहुंचा। तीर्थयात्रियों ने हिमस्खलन की इस घटना को अपने मोबाइल फोन में कैद किया।
नगर पंचायत बदरीनाथ के अधिशासी अधिकारी सुनील पुरोहित ने बताया कि यह एक सामान्य घटना है। बर्फ से ढकी चोटियों से अक्सर हिमस्खलन होता रहता है। रात को भी ऊंचाई वाले क्षेत्रों में हिमस्खलन की घटनाएं होती हैं।
उन्होंने बताया कि इन दिनों रुक-रुककर ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी हो रही है, जिससे धाम में ठंड भी बढ़ गई है। इन दिनों बदरीनाथ धाम की चोटियां बर्फ से लकदक हैं। दूसरी तरफ यमुनोत्री धाम सहित यमुना घाटी में तेज आंधी तूफान और गर्जना के साथ रुक रुककर बारिश हो रही है।
यमुनोत्री धाम से दर्शन कर गंगोत्री दर्शन को जाते समय खरादी में एक महिला की पत्थर की चपेट में आने से दर्दनाक मौत हो गई। परिजनों द्वारा बड़कोट सीएचसी लाया गया जहां चिकित्सक द्वारा उक्त महिला को मृत घोषित कर दिया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार आंध्र प्रदेश की महिला श्रद्धालु टी सरोजा पत्नी बैंकट रमन उम्र 46 वर्ष निवासी अलकापुरी कोथपैरा हैदराबाद शुक्रवार की शाम को दर्शन कर खरादी कस्बे में एक होटल में रुके और शनिवार की सुबह गंगोत्री धाम रवाना होते समय पहाड़ी की ओर खड़े वाहन के पास जाते समय अचानक पहाड़ी से आए पत्थर से सर पर चोट आई आ गई।
उसके बाद परिजनों ने घायल अवस्था में महिला को सामुदायिक स्वास्थ्य बड़कोट भर्ती कराया गया, उपचार के दौरान महिला की मौत हो गई। पुलिस ने पंचनामा की कार्यवाही करते हुए नौगांव पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया जिसके बाद पुलिस ने शव को परिजनों को सौंप दिया।