इस्लामाबाद: पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में पाकिस्तानी सेना के जवानों पर बड़ा हमला हुआ है। बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) ने पाकिस्तानी सैनिकों को लेकर कराची से क्वेटा जा रही बस को आईईडी हमले में निशाना बनाया, जिसमें 29 पाकिस्तानी जवान मारे गए हैं। BLA के एक अन्य हमले 2 पाकिस्तानी जवानों की मौत हुई है।
इसके साथ ही बलूच लिबरेशन फ्रंट (BLF) ने भी कलात और झाऊ में हमलों को अंजाम दिया है। इन हमलों में भी कई पाकिस्तानी सैनिक मारे गए हैं। पाकिस्तानी सेना ने मुठभेड़ की बात स्वीकार की है और हताहतों की पुष्टि की है लेकिन जवानों की मौत की संख्या विद्रोही समूहों के दावों से अलग बताई है।
बीएलए ने दावा किया कि उसने 16 जुलाई बुधवार को दो बड़े हमले किए। सबसे महत्वपूर्ण हमला कलात के निमराग क्रॉस पर हुआ, जहां फतेह दस्ते ने कराची से क्वेटा जा रही सैन्य बस पर घात लगाकर हमला किया। इस हमले में 29 सैन्यकर्मी मारे गए और कई घायल हो गए। समूह ने कहा कि नागरिक कव्वाली कलाकार भी बस में यात्रा कर रहे थे, लेकिन वे निशाने पर नहीं थे। इसने नागरिकों से भविष्य में हमलों से बचने के लिए सैन्य प्रतिष्ठानों और काफिलों से दूर रहने को कहा है।
बुधवार को ही बीएलए लड़ाकों ने क्वेटा के हजार गंजी इलाके में एक आईईडी विस्फोट किया, जिसमें दो सैनिक मारे गए और सात अन्य घायल हो गए।बीएलए प्रवक्ता जीयांद बलूच ने इन हमलों के बारे में जानकारी दी और इसे बलूचिस्तान पर पाकिस्तानी कब्जे खिलाफ समूह का युद्ध बताया। बलूचिस्तान के एक और अलगाववादी सशस्त्र समूह बीएलएफ ने भी पाकिस्तानी सेना पर हमलों की बात कही है।
BLF ने एक बयान जारी कर बताया कि उसके लड़ाकों ने पाकिस्तानी सेना पर दो अलग-अलग हमले किए। पहला हमला 15 जुलाई को हुआ, जब एक रिमोट-कंट्रोल आईईडी से क्वेटा-कराची हाईवे पर एक सैन्य वाहन को निशाना बनाया। विस्फोट में कथित तौर पर एक सैन्य वाहन को निशाना बनाया।
हमले में चार सैनिक मारे गए और दो अन्य घायल हो गए। बीएलएफ ने दूसरा हमला 16 जुलाई को अवारन जिले के झाऊ में हुआ। घात लगाकर किए गए इस हमले में पाकिस्तानी सेना के एक मेजर समेत 6 जवान कथित तौर पर मारे गए।