ग्रेटर नोएडा । जरायम की दुनिया का कुख्यात एक लाख का इनामी मनोज आसे उर्फ मनोज इमलिया ने उत्तराखंड के देहरादून में एक आलीशान होटल बनाया है। वर्तमान में होटल का काम उसका भांजा देख रहा है। सूत्र बताते हैं कि जरायम की दुनिया से की गई काली कमाई से मनोज ने उत्तराखंड में होटल बनाया है।
पुलिस ने होटल के कागजात खंगालने शुरू कर दिए हैं। वहीं जांच में यह भी पता चला है कि सरकारी कागजों में मनोज किसान है। उसने किसान क्रेडिट कार्ड से 5 लाख का लोन लिया है। उसकी हत्या के लिए सुंदर के भाई सिंघराज गिरोह के रवि ने हरियाणा के मांगरिया गैंग को दो लाख की सुपारी दी थी।
मांगरिया गैंग के बदमाशों ने तीन बार मनोज आसे का पीछा किया, लेकिन हर बार मनोज उन पर भारी पड़ा। मनोज के गैंग से दिल्ली पुलिस के कर्मी भी जुड़े हुए हैं जो संगठित अपराध को गौतमबुद्धनगर में बढ़ावा देते हैं। वर्ष 2019 में नोएडा एसटीएफ की टीम ने मनोज के लिए काम करने वाले दिल्ली क्राइम ब्रांच के सिपाही जगत सिंह को गिरफ्तार भी किया था। छह फरवरी 2008 को मनोज आसे ने रंगदारी न देने पर ट्रांसपोर्टर शहाबुद्दीन, इकबाल व चालक सुरेश की हत्या कर दी थी।
अपनी जान का खतरा मानकर मनोज आसे बुलेट प्रूफ गाड़ी का प्रयोग करता था। कुछ दिन पहले ही उसने बुलेट प्रूफ गाड़ी अपने किसी साथी को दी थी और थार का प्रयोग करना शुरू कर दिया था। जानकार बताते है कि मनोज पिछले 15 सालों से बुलेट प्रूफ गाड़ी का प्रयोग कर रहा था।
जरायम की दुनिया का कुख्यात एक लाख का इनामी मनोज आसे उर्फ मनोज इमलिया सरकारी कागजों में किसान है। उसने किसान क्रेडिट कार्ड से लोन लिया हुआ है। लोन मनोज व उसके पिता के नाम संयुक्त रूप से है।
एक तरफ मनोज जरायम की दुनिया में सक्रिय है, दूसरी तरफ वह सरकार की नजरों में किसान बना हुआ है। उसकी हत्या के लिए सुंदर के भाई सिंघराज गिरोह के रवि ने हरियाणा के मांगरिया गैंग को दो लाख की सुपारी दी थी। मांगरिया गैंग के बदमाशों ने तीन बार मनोज आसे का पीछा किया, लेकिन हर बार मनोज उन पर भारी पड़ा।
गौरतलब है कि कुख्यात मनोज व उसके साथी जीतू समेत कुल चार बदमाशों को शुक्रवार रात पुलिस ने मुठभेड़ के दौरान एच्छर व कासना क्षेत्र से पकड़ा था। पुलिस की गोली से मनोज आसे घायल हुआ था। वह पर हत्या, रंगदारी समेत कुल 19 आपराधिक मुकदमें दर्ज है।