भैया दूज पर्व का उल्‍लास

देहरादून : गुरुवार को उत्‍तराखंड भर में भैया दूज पर्व का उल्‍लास है। बहन भाई के माथे पर तिलक लगाकर दीर्घायु की कामना कर रही हैं तो वहीं भाई भी बहन की रक्षा का संकल्प ले रहे हैं। भैयादूज पर बहनों के घर जाने वालों की भीड़ जुटने से बुधवार को भी रोडवेज बस और ट्रेनों में मारामारी रही।

वहीं ज्योतिषाचार्य डॉक्टर सुशांत राज के अनुसार गुरुवार को तिलक का समय दोपहर 12 बजकर 14 मिनट से 12 बजकर 47 मिनट तक है।भैयादूज पर कालसी में यमुना नदी में लोगों ने स्नान किया। बहनों ने अपने भाइयों के माथे पर तिलक लगाकर आरती उतारी और सफलता की कामना की।

भैयादूज को कालसी के हरिपुर घाट पर पहुंचकर श्रद्धालुओं ने यमुना में स्नान कर पुण्यलाभ कमाया। मान्यता के मुताबिक भैयादूज के दिन भाई यमुना नदी में स्नान करते हैं तो यमराज के प्रकोप से भी मुक्ति मिलती है।

भैयादूज पर यात्रियों की भारी भीड़ से आइएसबीटी खचाखच भरा रहा व बसों की अतिरिक्त व्यवस्था करनी पड़ी। रोडवेज बसों में सर्वाधिक भीड़ दिल्ली मार्ग पर रही जबकि ट्रेनों में मुरादाबाद, बरेली एवं दिल्ली के लिए सीट नहीं मिली। बुजुर्गो, महिलाओं और बच्चों को खासी परेशानी उठानी पड़ी।

दीपावली मनाने के बाद मंगलवार दोपहर से ही आइएसबीटी पर भीड़ जुटनी शुरू हो गई थी। बुधवार और गुरुवार को भी यही हाल रहा। इस मर्तबा भैयादूज दीपावली के तीसरे दिन होने से बहनों के घर जाने वालों को एक दिवस अतिरिक्त मिल गया। बड़ी संख्या में यात्रियों ने मंगलवार को भी यात्रा की, मगर बुधवार को भीड़ कम नहीं रही।

आइएसबीटी पर जो बस खाली मिली यात्री उसमें चढ़ गए। रात की बसों में तो मारामारी शुरू हो गई। लोग खिड़की से ही अपना सामान सीटों पर रखकर सीट आरक्षित करने लगे।

ज्यादातर यात्री दिल्ली के साथ गाजियाबाद, मेरठ, मुजफ्फरनगर, रुड़की, सहारनपुर जाने वाले थे। मुरादाबाद, बरेली, हल्द्वानी, नैनीताल जाने वाले यात्रियों की भी खासी संख्या रही। वहीं, दिल्ली जाने वाली जनशताब्दी व शताब्दी एक्सप्रेस ट्रेन पैक रही। लिंक एक्सप्रेस समेत मसूरी एक्सप्रेस में भी जगह नहीं मिली।

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