जड़ी बूटियों के मिश्रण से तैयार हो रहा , कृषि वैज्ञानिक रिसर्च में जुटे
नई दिल्ली। अंडे में मौजूद प्रोटीन और दूसरे पोषक तत्वों के कारण डॉक्टर इसके सेवन की सलाह हेते हैं। आमतौर पर अंडे को नॉनवेज की श्रेणी में गिना जाता है। इस कारण बहुत सारे लोग इसका सेवन नहीं करते हैं। अब लोगों की इस दुविधा को दूर करने के लिए मेरठ के कृषि विश्वद्यालय के वैज्ञानिक जुट गए हैं। इन वैज्ञानिकों का दावा है कि जल्द ही बाजार में आयुर्वेदिक अंडा आ जाएगा।
मेरठ के सरदार वल्लभ भाई पटेल कृषि विश्वविद्यालय के वैज्ञानिक आयुर्वेदिक अंडा बनाने में जुटे हैं। विश्वविद्यालय के कुक्कुट अनुसंधान और प्रशिक्षण केंद्र के प्रभारी डॉक्टर डीके सिंह के अनुसार इन अंडों को बनाने की प्रक्रिया में मुर्गियों को खाने में जड़ी बूटियों का मिश्रण दिया जा रहा है। इसलिए इनको आयुर्वेदिक अंडा कहा जा रहा है। सिंह के अनुसार, इस प्रक्रिया में तैयार हो रहे अंडे सफेद के बजाय गुलाबी रंग के हैं। मुर्गियों को चार्ट के अनुसार आहार दिया जा रहा है।