देहरादून। चमोली जिले में ग्लेशियर टूटने से आपदा की जद में तपोवन में टनल में फंसे 34 लोगों को बचाने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन लगातार जारी है। इससे पहले गुरुवार को ऑपरेशन दो बार बाधित हुआ। सुरंग के नीचे सिल्ट फ्लशिंग टनल (एसएफटी) तक डिलिंग के लिए बुधवार रात शुरू किया गया अभियान 10 घंटे बाद न केवल रोकना पड़ा, बल्कि उसके बाद पुराने ढर्रे पर ही दोबारा रेस्क्यू शुरू किया गया। इसके तीन घंटे बाद दोपहर करीब दो बजे धौलीगंगा में जलस्तर बढ़ने की सूचना के चलते टनल में बचाव कार्य बीच में ही रोक दिया गया। तकरीबन डेढ़ घंटे बाद स्थिति सामान्य रहने की जानकारी मिलने पर रेस्क्यू ऑपरेशन सुचारु हुआ।
गौरतलब है कि सात फरवरी को ग्लेशियर टूटने के बाद आए पानी के सैलाब ने बहुत कुछ तबाह कर दिया। इसके बाद से अब तक कुल 36 शव मिल चुके हैं, जबकि शिनाख्त दस की ही हो पाई है। 168 व्यक्ति लापता हैं। पहली बार आपदा में 184 पशुहानि की सूचना दी गई। वहीं, आपदा प्रभावित क्षेत्रों में राहत सामग्री पहुंचाने का काम जारी रहा। गुरुवार को राज्यपाल बेबी रानी मौर्य और विस अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने भी आपदा प्रभावित क्षेत्र का दौरा कर पीड़ित परिवारों की ढाढस बंधाया।