रुद्रप्रयाग: उत्तराखंड में चारधाम यात्रा 2025 जोरों पर चल रही है. हर दिन 60 हजार से ज्यादा श्रद्धालु चारधाम यात्रा कर रहे हैं. देश से ही नहीं, बल्कि विदेशों से भी श्रद्धालु चारधाम यात्रा पर आ रहे हैं. 30 अप्रैल से शुरू हुई चारधाम यात्रा में अभी तक 13 लाख 56 हजार से ज्यादा श्रद्धालु चारों धामों के दर्शन कर चुके हैं. आज 24 मई को 68 हजार 405 श्रद्धालुओं ने चारधाम यात्रा की.
चारधाम यात्रा की शुरुआत यमुनोत्री धाम से होती है. 30 अप्रैल को यमुनोत्री धाम के कपाट खोले गए थे. जिसके बाद से लगातार यमुनोत्री धाम में लगातार श्रद्धालुओं की तादाद बढ़ती जा रही है. अभी तक 2 लाख 44 हजार 5 श्रद्धालुओं ने यमुनोत्री धाम में दर्शन कर आशीर्वाद लिया है. आज 24 मई को 11,340 श्रद्धालुओं ने मां यमुना के दर्शन किए.
चारधाम यात्रा का दूसरा पड़ाव गंगोत्री धाम होता है. 30 अप्रैल को ही गंगोत्री धाम के कपाट खोलने के बाद श्रद्धालुओं की भीड़ धाम में उमड़ रही है. अभी तक 2 लाख 29 हजार 104 श्रद्धालु मां गंगा का आशीर्वाद ले चुके हैं. आज 24 मई को 11,098 श्रद्धालुओं ने मां गंगा के दर्शन किए.
2 मई को खुले केदारनाध धाम के कपाट के बाद श्रद्धालुओं का तांता लगा हुआ है. लगातार बाबा केदार के भक्तों की भीड़ बढ़ रही है. सबसे ज्यादा श्रद्धालु केदारनाथ यात्रा कर रहे हैं. अभी तक 5 लाख 27 हजार 452 श्रद्धालु बाबा केदार के दर्शन कर चुके हैं. आज 24 मई को 25,340 श्रद्धालुओं ने बाबा केदार के दर पर माथा टेका है.
भगवान बदरीविशाल के कपाट 4 मई को श्रद्धालुओं के लिए दर्शन के लिए खोल गए थे. बदरीनाथ धाम में भी श्रद्धालुओं की संख्या में लगातार इजाफा रिकॉर्ड किया जा रहा है. अभी तक 3 लाख 55 हजार 680 श्रद्धालु भगवान बदरीविशाल के दर्शन कर चुके हैं. आज 24 मई को 20,627 श्रद्धालुओं ने बदरीनाथ धाम में दर्शन किए.
तुंगनाथ में बढ़ने लगी भक्तों की भीड़: तृतीय केदार तुंगनाथ धाम की यात्रा धीरे-धीरे रफ्तार पकड़ने लगी है. 23 दिनों में तीर्थ यात्रियों का आंकड़ा 20 हजार के पार पहुंच गया है. धाम में प्रतिदिन 700 से 800 तीर्थ यात्री पहुंच रहे हैं. निरन्तर हो रही बारिश से चोपता-तुंगनाथ-चन्द्रशिला 4 किमी पैदल ट्रैक के दोनों तरफ फैले सुरम्य मखमली बुग्यालो में हरियाली लौटने लगी है. बुग्यालों में अनेक प्रजाति के पुष्प खिलने से यहां के प्राकृतिक सौन्दर्य पर चार चांद लगने शुरू हो गए हैं. धाम पहुंचने वाले तीर्थ यात्री और पर्यटक प्राकृतिक सौन्दर्य को निहारकर अभिभूत हो रहे हैं.