चारधाम यात्रा : धामों में बढ़ने लगी रौनक

देहरादूनः चारों धामों में तीर्थयात्रियों की संख्या में दिनों दिन इजाफा हो रहा है। बुधवार को बदरीनाथ में 650, केदारनाथ में 405, गंगोत्री में 164 और यमुनोत्री में 319 तीर्थयात्री दर्शनों के लिए पहुंचे। वहीं हेमकुंड साहिब में 210 श्रद्धालु पहुंचे।

देवस्थानम बोर्ड के मीडिया प्रभारी डा. हरीश गौड़ ने बताया कि बुधवार तक चारों धामों के लिए 69619 ई-पास जारी हो चुके हैं, जिसमें बदरीनाथ धाम के लिए 24256, केदारनाथ के लिए 23169, गंगोत्री के लिए 13755, यमुनोत्री के लिए 8439 ई पास शामिल हैं। ऐसे में आने वाले दिनों में चारों धामों में अच्छी तादात में यात्री पहुंचने की उम्मीद है। 18 सितंबर को शुरू हुई यात्रा के बाद से यात्रा मार्ग पर भी चहल पहल बढ़ गई है।

उत्तरकाशी के जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने यात्रा से जुड़े अधिकारियों को तीर्थयात्रियों की सेवा में तत्पर रहने के निर्देश दिए हैं। नगर पंचायत गंगोत्री व जिला पंचायत को मंदिर परिसर के साथ ही यात्रा पड़ावों के मुख्य मार्गों, प्रसाद की दुकानों व मुख्य चौराहों पर नियमित सैनिटाइजेशन करने के निर्देश दिए हैं।

चार धाम यात्रा शुरू होने के बाद से बुधवार शाम चार बजे तक चारों धामों में 7597 यात्री दर्शन कर चुके हैं। देवस्थानम बोर्ड के मीडिया प्रभारी डा. हरीश गौड़ ने बताया कि बुधवार तक चारों धामों के लिए 69619 ई-पास जारी हो चुके हैं, जिसमें बदरीनाथ धाम के लिए 24256, केदारनाथ के लिए 23169, गंगोत्री के लिए 13755, यमुनोत्री के लिए 8439 ई पास शामिल हैं। ऐसे में आने वाले दिनों में चारों धामों में अच्छी तादात में यात्री पहुंचने की उम्मीद है।

तीर्थनगरी से महाराष्ट्र के 40 तीर्थयात्रियों का पहला जत्था चारधाम दर्शन के लिए रवाना हुआ। यात्रियों भगवान बदरीनाथ और केदारनाथ के जयकारों के साथ यात्रा शुरू की। महाराष्ट्र के शिवनगर, पुणे से तीर्थयात्रियों का जत्था लेकर आए श्रीकांत पाटकर ने बताया कि वे ऋषिकेश चार दिन पहले आ गए थे।

ई-पास पंजीकरण में देरी के चलते संयुक्त यात्रा बस अड्डा के आसपास एक होटल में रुके थे। किसी तरह एक दिन पहले दल में शामिल लोगों का ऑनलाइन पंजीकरण हुआ। बस और टेंपो ट्रेवलर पहले से बुक था। बुधवार को देवधामों के दर्शन के लिए यात्रा पर जाने का सौभाग्य प्राप्त हुआ।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *