बीजिंग: चीन की राजधानी बीजिंग में बुधवार को भव्य सैन्य परेड का आयोजन किया गया है। इसमें रूसी राष्ट्रपति पुतिन समेत दुनिया के कई बड़े नेताओं ने हिस्सा लिया है। उत्तर कोरिया और पाकिस्तान के नेता भी परेड में शामिल हुए हैं। बीजिंग के तियानमेन स्क्वायर में इस परेड के दौरान चीन ने अपनी सैन्य शक्ति का प्रदर्शन किया और आधुनिक हथियार दुनिया को दिखाए। दूसरे विश्वयुद्ध के दौरान जापान के खिलाफ चीनी जन प्रतिरोध की याद में यह आयोजन हुआ है। इस साल की परेड चीन की अब तक की सबसे बड़ी परेड है।
परेड में चीनी विमानों ने अपने करतब दिखाए हैं। तियानानमेन चौक के आसपास के क्षेत्र में चीनी लड़ाकू विमानों से रंगीन धुआं छोड़ा गया। इसके बाद 80,000 कबूतर और 80,000 गुब्बारे छोड़े गए हैं। यह परेड खत्म होने का संकेत है।परेड में परमाणु मिसाइलें और डोंगफेंग श्रृंखला की बैलिस्टिक मिसाइलें प्रदर्शित की गईं तो भीड़ ने जोरदार तालियों से इसका स्वागत किया। चीन ने परेड में चौथी पीढ़ी के अपने मुख्य युद्धक टैंक के पहले मॉडल का भी अनावरण किया है।
चीनी सेना और नौसेना पहली बार मानवरहित प्रणालियों का प्रदर्शन कर रही हैं। सेना की मानवरहित प्रणालियों में टोही-हमला और हमला करने वाले वाहन शामिल हैं। बारूदी सुरंगों को हटाने के लिए मानवरहित वाहन भी शामिल हैं।परेड में शामिल नौसेना प्रणालियों में नई मानवरहित पनडुब्बियां, मानवरहित सतही पोत और मानवरहित बारूदी सुरंग बिछाने वाली प्रणालियां शामिल हैं।ये मानवरहित वाहन गोला-बारूद का परिवहन और हताहतों को निकालने में सक्षम हैं।
चीन की सैन्य परेड में पहली बार HQ-20 वायु रक्षा प्रणाली देखी गई है। इसमें आठ पहियों वाला ट्रांसपोर्टर इरेक्टर लॉन्चर है, जो आठ इंटरसेप्टर ले जा सकता है। इसका डिजाइन HQ-9 जैसा है लेकिन इसमें छोटे इंटरसेप्टर हैं।चीन एक एंटी-बैलिस्टिक मिसाइल प्रणाली HQ-29 का अनावरण कर रहा है। यह एक उच्च-ऊंचाई वाला इंटरसेप्टर है। इसे बैलिस्टिक मिसाइलों का मुकाबला करने के लिए डिजाइन किया गया है।
चीन की विक्ट्री डे आर्मी परेड में राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने कहा कि उनका देश धमकी से डरता नहीं है। शी ने कहा, ‘इतिहास बताता है कि मानवता साथ ही उठती और गिरती है। चीन किसी धौंस जमानेवाले से डरता नहीं है और हमेशा आगे बढ़ता रहता है।’ शी जिनपिंग अपने भाषण की शुरुआत करते हुए कहा, हम चीन की जीत की 80वीं वर्षगांठ मनाने के लिए इकट्ठा हुए हैं। चीन के लोगों से इतिहास को याद रखते हुए उन दिग्गजों को याद करना चाहिए, जिन्होंने जापान से लड़ाई लड़ी।
बीजिंग में परेड के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ट्रुथ सोशल पर लिखा, ‘क्या चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग अमेरिकी समर्थन का जिक्र करेंगे। चीनी गौरव की खोज में कई अमेरिकी शहीद हुए। मुझे उम्मीद है कि उन्हें उनके साहस और बलिदान के लिए याद दिया जाएगा!’चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने सैन्य परेड में पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) की तारीफ की। उन्होंने पीएलए से राष्ट्रीय कायाकल्प के लिए रणनीतिक समर्थन प्रदान करने और विश्व शांति एवं विकास में और अधिक योगदान देने की मांग की।
चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने पीएलए (चीनी आर्मी) से विश्वस्तरीय सेना के रूप में खुद को विकसित करने और राष्ट्रीय संप्रभुता, एकता और क्षेत्रीय अखंडता की दृढ़ता से रक्षा करने का आग्रह किया। परेड में रूस, उत्तर कोरियाई, ईरान, मलेशिया, म्यांमार, मंगोलिया, इंडोनेशिया, जिम्बाब्वे और दूरे नेता शामिल हैं। भारत के पड़ोस से पाकिस्तान, नेपाल और मालदीव के नेता बीजिंग गए हैं। चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग चीन की अब तक की सबसे बड़ी सैन्य परेड की मेजबानी कर रहे है। यह आयोजन दूसरे विश्व युद्ध के अंत में जापान के चीन में आत्मसमर्पण की 80वीं वर्षगांठ के मौके पर हो रहा है।
चीन के सैन्य ताकत को देखने के लिए के 26 विदेशी नेता मौजूद हैं। यह चीन की अब तक की सबसे बड़ी सैन्य परेड है, जिसमें उसके आधुनिक लड़ाकू विमान, मिसाइल और नवीनतम इलेक्ट्रॉनिक युद्ध हार्डवेयर शामिल हैं। चीन ने परेड में मिसाइलों, मल्टीपल लॉन्च रॉकेट सिस्टम और स्टील्थ ड्रोन दुनिया को दिखाए हैं। हाइपरसोनिक ग्लाइड वाहन, YJ-21 एंटी-शिप क्रूज मिसाइल और JL-3 पनडुब्बी से दागी जाने वाली बैलिस्टिक मिसाइलें मौजूद हैं।
चीन, रूस और उत्तर कोरिया के नेता परेड से पहले साथ-साथ चलते हुए दिखे हैं। तीनों नेताओं की साथ में तस्वीर को बीजिंग में बड़े-बड़े स्क्रीन पर दिखाया जा रहा है। द्वितीय विश्व युद्ध में जापानी आक्रमण के खिलाफ चीन के प्रतिरोध की स्मृति में आयोजित परेड में विदेशी नेताओं की उपस्थिति जापान और चीन के बीच कूटनीतिक विवाद का कारण बन गई है। जापानने विश्व नेताओं से इसमें भाग लेने से परहेज करने की अपील की थी।