50 हजार साल बाद धरती के करीब से गुजरेगा धूमकेतु

वाशिंगटन. हाल में ही खोजा गया एक नया धूमकेतु C/2022 E3 (ZTF) 2 फरवरी को पृथ्वी के बेहद करीब से गुजरने वाला है. इस धूमकेतु को पिछले 50,000 वर्षों में नहीं देखा गया है, लेकिन आने वाले हफ्तों में लोग इसे रात के समय आसमान में नंगी आंखों से देख सकेंगे.

अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा (NASA) के अनुसार, खगोलविदों ने इस धूमकेतु को पहली बार पिछले साल मार्च में ज़्विकी ट्रांसिएंट फैसिलिटी में वाइड-फील्ड सर्वे कैमरा के जरिये देखा था. उस समय यह बृहस्पति की कक्षा में था और तब से इसकी चमक बढ़ गई है.

धूमकेतु जमे हुए गैसों, चट्टानों और धूल से बने कॉस्मिक स्नोबॉल हैं, जो सूर्य की परिक्रमा करते हैं. वैसे तो ये आकाशीय पिंड जमे हुए होने पर आकार में छोटे होते हैं, लेकिन वे सूरज के करीब पहुंचने पर गर्म हो जाते हैं और अपने पीछे गैसों तथा धूल का एक बड़ा चमकदार पूंछ छोड़ते जाते हैं, जो अधिकांश ग्रहों से बड़ा होता है.

अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी के अनुसार, C/2022 E3 (ZTF) अभी आंतरिक सौर मंडल से गुजर रहा है और आने वाले हफ्तों में हमारे ग्रह के करीब पहुंच सकता है. यह धूमकेतु 12 जनवरी को सूर्य के सबसे करीब होगा और फिर इसके बाद 2 फरवरी को पृथ्वी के पास से गुजरेगा. हालांकि खगोलविदों के मुताबिक, इससे धरती पर किसी खतरे की आशंका नहीं है, क्योंकि जब यह हमारे ग्रह से 264 लाख मील यानी 425 लाख किलोमीटर की दूरी पर होगा.

इस धूमकेतु की कक्षीय अवधि लगभग 50,000 वर्ष मापी गई थी. इसका मतलब है कि यह धूमकेतु 50,000 वर्षों में पहली बार अगले महीने धरती के इतने करीब से गुजरेगा और फिर ऐसा अगला मौका 50 हजार साल भी आएगा.

खगोलविदों के मुताबिक, वैसे तो धूमकेतु की चमक की भविष्यवाणी करना मुश्किल है, लेकिन जब तक यह पृथ्वी के करीब पहुंचेगा तब रात के समय आकाश में नंगी आंखों से दिखाई देने की उम्मीद है.

खगोलविदों के मुताबिक, जनवरी महीने के दौरान उत्तरी गोलार्ध में सुबह के समय आसमान में इसके दिखाई देने की संभावना है. वहीं दक्षिणी गोलार्ध में रहने वालों को फरवरी की शुरुआत में यह धूमकेतु आसमान से गुजरता हुआ दिख सकता है. इसके अलावा वर्चुअल टेलीस्कोप प्रोजेक्ट वेबसाइट पर भी आप इस धूमकेतु को लाइव देख सकते हैं, जब यह सूर्य के बेहद पास से गुजरेगा.

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