कर्तव्य पथ पर दिखा सैन्य शक्ति और संस्कृति का संगम

नई दिल्लीः  गणतंत्र दिवस की परेड खत्म होने के बाद पीएम मोदी कर्तव्य पथ पर चलते नजर आए. उन्होंने लोगों का हाथ हिलाकर अभिवादन किया.74वें गणतंत्र दिवस परेड के ग्रैंड फिनाले में भारतीय वायुसेना के 45 विमान, भारतीय नौसेना का एक और भारतीय सेना के चार हेलीकॉप्टर शामिल हैं.

कर्नाटक की झांकी प्रतीकात्मक रूप से राज्य की 3 महिलाओं की उपलब्धि हासिल करने वाली असाधारण उपलब्धियों का खुलासा करती है. सुलागिट्टी नरसम्मा – एक दाई, तुलसी गौड़ा हलक्की – जिन्हें ‘वृक्ष माटे’ के नाम से जाना जाता है और सालूमरदा थिमक्का समाज में उनके निस्वार्थ योगदान के कारण प्रसिद्ध हैं.

गणतंत्र दिवस परेड में उत्तर प्रदेश की झांकी में अयोध्या में मनाए जाने वाले तीन दिवसीय दीपोत्सव को दिखाया गया.गणतंत्र दिवस पर राज्यों की झाकियां निकाली गई. कर्तव्य पथ से निकली झांकी में राज्यों की सांस्कृतिक विरासत के बारे में देश और दुनिया को बताया गया है.

कर्तव्य पथ पर वायु सेना के मार्चिंग दस्ते ने राष्ट्रपति को सलामी दी. इस दस्ते में वायु सेना का बैंड और कॉम्बैट मार्चिंग दस्ता शामिल था. इस दस्ते का नेतृत्व स्क्वाड्रल लीडर सिंधु रेड्डी ने किया.कर्तव्य पथ पर 27 वायु रक्षा मिसाइल रेजिमेंट ने राष्ट्रपति को सलामी दी. ‘अमृतसर एयरफील्ड’ का नेतृत्व कैप्टन सुनील दशरथ और 512 लाइट एडी मिसाइल रेजिमेंट (एसपी) की लेफ्टिनेंट चेतना शर्मा कर रही हैं.

कर्तव्य पथ पर भारतीय नौसेना के ब्रास बैंड और नौसेना के मार्चिंग दस्ते ने राष्ट्रपति को सलामी दी. इस मार्च का नेतृत्व लेफ्टिनेंट कमांडर दिशा अमृथ कर रही हैं. इस दस्ते में पहली बार 3 महिला और 6 पुरुष अग्निवीर शामिल किए गए हैं.कर्तव्य पथ पर पंजाब रेजिमेंट ने राष्ट्रपति को मार्च करते हुए सलामी दी. इसका नेतृत्व 23 पंजाब रेजिमेंट, लौंगेवाला के कैप्टन अमन जगताप कर रहे हैं. इसका युद्ध घोष जो बोले सो निहाल, सत श्री अकाल है.

कर्तव्य पथ पर आर्मर्ड कोर सेंटर एंड स्कूल, पैराशूट रेजिमेंट सेंटर और राजपुताना राइफल्स का संयुक्त बैंड दस्ता राष्ट्रपति को मार्च करते हुए सलामी दे रहा है.कर्तव्य पथ पर मिस्त्र की सेना के संयुक्त बैंड और मार्चिंग दस्ते ने पहली बार सलामी दी है. इसका नेतृत्व कर्नल महमूद मोहम्मद अब्देल फतह अल खरासवी ने किया.

मिस्त्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सिसी के साथ कर्तव्य पथ पर पहुंची राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु मिस्त्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सिसी के साथ कर्तव्य पथ पर पहुंच गई हैं. प्रधानमंत्री मोदी ने उनका स्वागत किया. इसके बाद तीनों नेता मंच की तरफ बढ़े, जहां पर राष्ट्रगान के साथ गणतंत्र दिवस समारोह शुरू हो गया.

कर्तव्य पथ पर पहुंचे भारत के उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ अपनी पत्नी के साथ पहुंचे. पीएम मोदी ने उनका स्वागत किया.राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू कर्तव्य पथ के लिए रवाना हो गईं हैं. उनके साथ समारोह के मुख्य अतिथि अब्देल फतह अल-सिसी भी हैं.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर शहीदों को दी श्रद्धांजलि. इस दौरान उनके साथ रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, तीनों सेनाओं के प्रमुख और चीफ ऑफ डिफेंस स्टॉफ मौजूद रहे.गणतंत्र दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह नेशनल वॉर मेमोरियल पहुंच गए हैं. इस दौरान वह शहीदों को श्रद्धांजलि देंगे.

थोड़ी ही देर में परेड की शुरुआत होने वाली है. लोगों की भारी भीड़ उमड़ रही है. यहां तक की जिन लोगों को पास नहीं मिले हैं वह दूर से ही इसका नजारा देखेंगे. लगभग 6000 सुरक्षा कर्मी तैनात हैं.देश के 74वें गणतंत्र दिवस समारोह में छह अग्निवीर भी नौसेना के मार्च करने वाले दल का हिस्सा होंगे, जो देशभक्ति के जोश के साथ गुरुवार को कर्तव्य पथ पर रस्मी परेड में शामिल होंगे.

केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अपने आवास पर 74वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया. इसके अलावा केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने भी आज खास अवसर पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया.दिल्ली में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने 74वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया.

74वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर डीआईजी बीएसएफ संजय गौड़ ने अटारी-वाघा बॉर्डर पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया.महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने 74वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर मुंबई में अपने सरकारी आवास पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया.

उत्तराखंड राज्य के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने देहरादून में 74वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया. उन्होंने कहा, “PM ने जो 5 संकल्प देश के सामने रखा है, उनपर चलते हुए एक नए राष्ट्र को बनाने का काम प्रधानमंत्री कर रहे हैं. इसमें हम सभी अपना योगदान देंगे.”

ओडिशा के राज्यपाल गणेशी लाल ने 74वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया. इस दौरान मुख्यमंत्री नवीन पटनायक भी मौजूद रहे.महाराष्ट्र में भी गणतंत्र दिवस को लेकर खूब धूम है. मुंबई में 74वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर मध्य रेलवे के महाप्रबंधक नरेश लालवानी ने राष्ट्रीय ध्वज फहराया.

कर्तव्‍य पथ पर दिखेगी ताकतवर 5 हथियारों की ताकत, इनको देख थर थर कांपता है दुश्मन
कर्तव्‍य पथ पर आज भारत की ताकत देखने को मिलेगी. इनमें पांच ऐसे हथियारों को भी शामिल किया गया है जिनकी एक झलक से ही दुश्मन थर-थर कांपने लगते हैं. इसमें स्वदेशी ‘नाग’ मिसाइल भी शामिल है.

‘नाग’ मिसाइल – स्वदेशी ‘नाग’ मिसाइल अधिकतम 828 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से दागी जा सकती है. नाग मिसाइल के अलग-अलग वैरिएंट्स की रेंज 500 मीटर से 20 किलोमीटर तक है.
पिनाक- पिनाक मल्टी-बैरल रॉकेट लॉन्चर (MBRL) सिस्टम से सिर्फ 44 सेकेंड के भीतर 12 रॉकेट्स दागे जा सकते हैं. यह इतनी खतरनाक है कि इसे चीन और पाकिस्तान बॉर्डर पर तैनात किया गया है.
अर्जुन- अर्जुन का इसका निशाना भी अचूक. इसमें 120mm की तोप लगी है. ‘अर्जुन’ MK1 टैंक की रेंज 450 किलोमीटर है
तेजस- तेजस लड़ाकू विमान 52,000 फीट की ऊंचाई पर उड़ान भर सकता है. इससे अधिकतम 4 टन का पेलोड ले जाया जा सकता है. यह करीब 2,300 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से उड़ान भरेगा.
धनुष- इसका एक वार और दुश्मन का काम तमाम. यह देश की सबसे लंबी रेंज वाली आर्टिलरी गन है. 13 टन वजन वाली यह होवित्जर गन किसी भी मौसम में दागी जा सकती है.

मिस्र के राष्ट्रपति अब्दुल फतह अल-सीसी का राष्ट्रपति भवन में पारंपरिक स्वागत किया गया. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता बागची ने ट्वीट किया कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने राष्ट्रपति भवन में मिस्र के राष्ट्रपति अल सीसी का पारंपरिक स्वागत किया. मिस्त्र के राष्ट्रपति के साथ एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल भी आया है. यह पहला मौका है जब मिस्र के राष्ट्रपति को गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के तौर पर आमंत्रित किया गया है.

गणतंत्र दिवस के मौके पर अशोका रोड पर सुरक्षा कड़ी कर दी गई है. कॉपरनिकस मार्ग पर भी सुरक्षा व्यवस्था टाइट रखी गई है. गणतंत्र दिवस परेड के दौरान करीब 6 हजार जवानों को सुरक्षा के लिए तैनात किया गया है, जिसमें दिल्ली पुलिस (Delhi Police) के अलावा अर्धसैनिक बल और एनएसजी (NSG) शामिल हैं. साथ ही 150 सीसीटीवी कैमरों से कर्तव्य पथ की निगरानी की जाएगी. परेड रूट के आसपास जितनी भी ऊंची इमारतें हैं उन्हें 25 जनवरी की शाम से ही बंद कर दिया गया है.

74वें गणतंत्र दिवस परेड खास होने वाली है. गणतंत्र दिवस परेड में कुल 23 झांकियां देखने को मिलेंगी. बड़ी बात यह है कि सभी झांकियों की थीम भी अलग-अलग होगी. इसमें से ज्यादातर झांकियों की थीम नारी सशक्तिकरण को लेकर होगी. इनमें 17 झांकियां देश के अलग अलग राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की होंगी जबकि छह अलग सरकारी मंत्रालयों और विभागों की होंगी.

उत्तर प्रदेश – अयोध्या दीपोत्सव
हरियाणा – अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव
उत्तराखंड – मानसखंड
गुजरात – स्वच्छ-हरित ऊर्जा
कर्नाटक – नारी शक्ति उत्सव
पश्चिम बंगाल – दुर्गा पूजा
महाराष्ट्र – साढ़े तीन शक्ति पीठ
झारखंड – बाबा बैद्यनाथ धाम
जम्मू कश्मीर – नया जम्मू कश्मीर
असम – सेनानियों-अध्यात्म की भूमि

आज परेड के दौरान ‘स्वदेशी’ का संदेश देते हुए मेड इन इंडिया हथियारों पर अहम फोकस होगा. 21 बंदूकों की सलामी भी भारत में बनी 105 एमएम की इंडियन फील्ड गन्स से दी जाएगी. इसमें भारत निर्मित ब्रह्मोस मिसाइल सिस्टम और आकाश आर्मी लॉन्चर समेत नाग मिसाइल सिस्टम, K9 वज्र आर्टिलरी गन, अर्जुन मार्क 1 टैंक, BMP-2 सारथ, शॉर्ट स्पैन ब्रिज सिस्टम, मोबाइल सेक्युरिटी सिस्टम और क्विक एक्शन टीम व्हीकल की ताकत देखने को मिलेगी.

कर्तव्य पथ (Kartavya Path) पर होने वाली परेड आज बेहद खास है. इसमें बहुत कुछ पहली बार होना है. 74वें गणतंत्र दिवस (Republic Day 2023) के अवसर पर होने वाली परेड (Republic Day 2023 Parade) में पहली बार सीमा सुरक्षा बल (BSF) के ऊंट दस्ते में महिलाएं भी शामिल हो रही हैं. 24 महिलाओं को ऊंट की सवारी का प्रशिक्षण दिया गया था. इनमें से 12 को परेड में शामिल करने के लिए चुना गया है.

गुरुवार को भारत अपना 74वां गणतंत्र दिवस मना रहा है. इस साल मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सिसी गणतंत्र दिवस समारोह के मुख्य अतिथि होंगे. उनके साथ पांच मंत्रियों और वरिष्ठ अधिकारियों सहित एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल भी आएगा. भारत और मिस्र इस वर्ष राजनयिक संबंधों की स्थापना के 75 वर्ष मना रहे हैं.

इसके पहले बुधवार को देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने गणंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर देश को संबोधित किया. राष्ट्रपति ने 74वें गणतंत्र की देशवासियों को बधाई देते हुए कहा देश की गौरवगाथा पर हर नागरिक को गर्व है. उन्होंने कहा हम सब एक ही हैं, और हम सभी एक ही हैं. इतने सारे पंथों और इतनी भाषाओं ने हमें विभाजित नहीं किया है, बल्कि जोड़ा है.

गणतंत्र दिवस पर कर्तव्य पथ पर पहली परेड होगी. इसे लेकर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं. केवल वैलिड पास और टिकट वाले ही परेड देख सकेंगे. QR कोड से परेड देखने वालों की एंट्री होगी. सुरक्षा में पैरामिलिट्री फोर्स, NSG के 6000 जवान परेड की सुरक्षा के लिए तैनात होंगे. कर्तव्य पथ पर 150 सीसीटीवी कैमरों से नजर रखी जाएगी.

सुरक्षा को देखते हुए परेड वाले रूट पर सुबह 4 बजे से ही आम वाहनों की एंट्री बंद कर दी है. दिल्ली में भारी वाहनों की एंट्री रात से ही बंद है. 15 फरवरी तक राजधानी दिल्ली में धारा 144 लागू रहेगी. 15 फरवरी तक इलाके में ड्रोन और हवाई चीजों पर बैन रहेगा.

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