देहरादून:पूरे देश के साथ उत्तराखंड में भी कोरोना का संक्रमण बढ़ता जा रहा है। गुरुवार को कोरोना संक्रमण के 51 नए मामले मिले हैं। यह इस साल एक दिन में आए सर्वाधिक मामले हैं। सबसे अधिक 44 लोग देहरादून में कोरोना संक्रमित मिले हैं।
इसके अलावा हरिद्वार व अल्मोड़ा में दो-दो और पौड़ी में एक व्यक्ति की कोविड जांच रिपोर्ट पाजिटिव आई है। वहीं कोरोना के 52 मरीज ठीक भी हुए। राज्य में अब कोरोना के 98 सक्रिय मामले हैं। इस साल अब तक कोरोना के 427 मामले मिल चुके हैं। हालांकि 95 प्रतिशत से अधिक मरीज ठीक हो चुके हैं। पांच संक्रमित मरीजों की मौत भी इस साल हुई है।
बहरहाल, जिस तरह देश के अन्य राज्यों की तरह प्रदेश में भी कोरोना वायरस ने दोबारा पैर पसारे हैं वह चिंता का विषय है। विशेषज्ञों का कहना है कि इससे घबराने की नहीं, सावधानी बरती जानी चाहिए।वर्तमान में जिन लोगों की कोविड जांच रिपोर्ट पाजिटिव आ रही है उनमें से अधिकांश को अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत नहीं पड़ रही। सीजनल फ्लू की तरह कोरोना से संक्रमित मरीज भी कुछ दिन बाद स्वस्थ्य हो जा रहे हैं।
प्रदेश में कोरोना का ग्राफ लगातार बढ़ रहा है। जिनमें सर्वाधिक मामले देहरादून जनपद में आ रहे हैं। ऐसे में कोरोना संक्रमण से बचाव, नियंत्रण एवं एवं रोकथाम को लेकर जिलाधिकारी सोनिका की अध्यक्षता में जिलाधिकारी कैंप कार्यालय में बैठक आयोजित की गई। उन्होंने मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देशित किया कि कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए चिकित्सालयों में उपलब्ध उपकरण एवं सुविधाओं को सक्रिय रखें।
साथ ही बेड, आक्सीजन आदि की व्यवस्था भी जांच लें। चिकित्सालयों में संक्रमण न फैले इसके लिए सरकारी एवं निजी चिकित्सालयों में कोविड गाइडलाइन के अनुसार व्यवस्था बनाने के निर्देश उन्होंने दिए। ताकि अन्य मरीजों के संक्रमित होने का खतरा न रहे। उन्होंने मुख्य चिकित्साधिकारी, नगर निगम, नगर पालिका परिषदों को निर्देशित किया कि कोरोना से बचाव के लिए अपने स्तर पर प्रचार-प्रसार कर जन जागरूकता कार्यक्रम संचालित करें।
उन्होंने जनमानस से अनुरोध किया कि घबराएं नहीं, बल्कि कोविड अनुरूप व्यवहार का पालन करें। भीड़भाड़ वाले स्थानों एवं चिकित्सालयों में मास्क पहने और सैनिटाइजर का उपयोग करें। हाथ साबुन से धोते रहें, अपने आसपास सफाई रखें और केंद्र व राज्य के स्तर से समय-समय पर जारी दिशा-निर्देशों का पालन करें।
मुख्य चिकित्साधिकारी डा. संजय जैन ने बताया कि अभी जो मरीज भर्ती हुए हैं, वे कोमोर्बिटी वाले मरीज हैं। अन्य मरीजों को अस्पताल में भर्ती करने की आवश्यकता नही पड़ रही है। बैठक में जिला चिकित्सालय की प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डा. शिखा जंगपांगी, रायपुर अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डा. पीएस रावत, जिला शिक्षा अधिकारी बेसिक राजेंद्र रावत, नगर निगम के अधिकारी उपस्थित रहे।