देहरादून: शहर में सरकारी भूमि की खरीद-फरोख्त का खेल अधिकारियों की नाक के नीचे चल रहा है। महज 100 रुपये के स्टांप पेपर पर नगर निगम की लाखों की भूमि का सौदा किया जा रहा है। जबकि नगर निगम के अधिकारी इससे अनभिज्ञता जता रहे हैं।
देवभूमि रक्षा मंच ने नगर आयुक्त को ज्ञापन भेजकर शिकायत की है। साथ ही दोषियों खिलाफ कार्रवाई कर सरकारी भूमि को कब्जा मुक्त कराने की मांग की है। उन्होंने शिकायत के बावजूद निगम की ओर से कार्रवाई न किए जाने पर खूब हंगामा किया।
मंच के सदस्यों का आरोप है कि शहर में ब्रह्मपुरी, चमनपुरी, रिस्पना नगर, चोरखाला, बिंदाल, जवाहर कालोनी, वाणी विहार, ब्राह्मणवाला, कांवली, इंद्रेश नगर, कारगी, बंजारावाला समेत अन्य क्षेत्रों में नगर निगम की जमीनों की खरीद-फरोख्त की जा रही है।
आरोप लगाया कि 10, 20 और 100 रुपये के स्टांप पेपर पर जमीन बेची जा रही है जिससे सरकारी संपत्ति खुर्द-बुर्द हो रही है और नगर निगम को भी राजस्व हानि पहुंचाई जा रही है। देवभूमि रक्षा मंच का आरोप है कि कई बार नगर निगम के अधिकारियों से शिकायत की गई लेकिन छोटी-मोटी कार्रवाई कर निगम शांत हो जाता है। जिससे भूमाफिया के हौसले बुलंद हो रहे हैं। उन्होंने नगर आयुक्त के नाम प्रेषित ज्ञापन में कड़ी कार्रवाई की मांग की।
देवभूमि रक्षा मंच ने आरोप लगाया कि गांधीग्राम में एक व्यक्ति ने नगर निगम की भूमि पर कब्जा कर किसी अन्य को भूमि बेच दी। साथ ही सरकारी भूमि पर अवैध निर्माण भी किया जा रहा है। उन्होंने भूमि कर अधीक्षक राहुल कैंथोला से निर्माण ध्वस्त करने और आरोपी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। –
देवभूमि रक्षा मंच ने यह भी कहा कि स्टांप पेपर पर नगर निगम की जमीन खरीदकर रोहिंग्या दून में बस रहे हैं। इसी आधार पर वे बिजली व पानी के कनेक्शन ले रहे हैं। इसके बाद सरकारी जमीनों पर स्थायी कब्जे का प्रयास किया जा रहा है।