हरिद्वार: सोमवती अमावस्या पर आज बड़ी संख्या में श्रद्धालु स्नान-दान के लिए धर्मनगरी हरिद्वार पहुंचे। इस दौरान गंगा घाटों में पानी कम होने से श्रद्धालुओं को परेशानी उठानी पड़ी। वहीं, सिल्ट आने के कारण गंगनहर बंद कर दी गई। हरकी पैड़ी पर श्रद्धालुओं को केवल घुटनों तक ही पानी मिला।
वहीं कल से पुरुषोत्तम मास की शुरुआत हो जाएगी। एक माह में कोई भी तीज या त्योहार नहीं पड़ेगा। पुरुषोत्तम मास जिसे अधिक मास भी कहते हैं, इसके चलते हिंदू पंचांग में 13 महीनों की गणना होती है। पुरुषोत्तम मास प्रत्येक तीसरे वर्ष आता है, अर्थात, अगला पुरुषोत्तम मास 2026 में पड़ेगा।
पंडित हरिओम शास्त्री जयवाल के अनुसार सूर्य सभी 12 राशियों में प्रवेश करते हैं लेकिन पुरुषोत्तम मास ऐसा महीना है जिसमें वह किसी राशि में नहीं रहते। इस मास के बाद सभी पर्व शुद्ध श्रावण में 17 अगस्त से शुरू हो जाएंगे। उधर, सोमवार रात 10 बजे तक हरिद्वार शहर क्षेत्र में सभी भारी वाहनों का प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा।
स्नान को लेकर प्रशासन ने मेला क्षेत्र को 11 सुपर जोन, 22 जोन, 42 सहायक जोनल और 93 सेक्टर में बांटा है। मेले में एक पुलिस अधीक्षक 10 अपर पुलिस अधीक्षक, 32 सीओ, 242 एसआई व एएसआई, 1150 मुख्य आरक्षी एवं आरक्षी, 11 कंपनी पीएसी, सात कंपनी सीपीएमएफ, 1360 रिक्रूट आरक्षी, दो एटीएस टीम की तैनात की गई है।
श्रद्धालुओं की संख्या में भारी वृद्धि हो सकती है। एसएसपी ने कहा कि स्नान ड्यूटी कांवड़ मेले के मुकाबले बिल्कुल अलग है। भीड़ तो काफी आती है लेकिन इसमें भीड़ को समय रहते रेगुलेट करना होता है।सबसे महत्वपूर्ण भीड़ की स्थिति को देखते हुए इसको डायवर्ट करने की जानकारी मिलना होता है। भारी संख्या में श्रद्धालुओं के आगमन को ध्यान में रखते हुए विशेष सतर्कता बरतें।
सुरक्षा, शांति, कानून और यातायात व्यवस्था को सुदृढ़ रखने के लिए पर्याप्त मात्रा में पुलिस एवं पीएसी बल नियुक्त किया गया है। 11 सुपर जोन में तीन बड़े सायरन ड्रोन से मेला क्षेत्र की निगरानी की जाएगी। पूरे मेला क्षेत्र में 333 सीसीटीवी लगाए गए हैं।