नई दिल्ली: भारत में मौसम का मिजाज फिर बिगड़ने वाला है. अरब सागर में एक नया खतरा मंडरा रहा है. भारत में साल का पहला साइक्लोन दस्तक देने को बेताब है. अरब सागर से उठा साइक्लोन तेज गति से आगे बढ़ रहा है. इस साइक्लोन को शक्ति नाम दिया गया है.
चक्रवाती तूफान शक्ति की वजह से कई जगहों पर भारी बारिश का अनुमान है. आईएमडी यानी भारत मौसम विज्ञान विभाग ने पुष्टि की है कि 2025 का पहला चक्रवाती तूफान ‘शक्ति’ नॉर्थ ईस्ट अरब सागर में बन चुका है. अब सवाल है कि आखिर यह चक्रवात शक्ति क्या है, इसकी रफ्तार क्या होगी, भारत में इसका कहां-कहां असर होगा और इसका नाम किसने रखा?
आईएमडी यानी भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, अरब सागर में इस मौसम का पहला चक्रवाती तूफान ‘शक्ति’ तीव्र हो गया है. यह आने वाले दिनों में मुंबई सहित महाराष्ट्र के तटीय क्षेत्रों में खराब मौसम की स्थिति पैदा कर सकता है. आईएमडी ने शुक्रवार को मुंबई, ठाणे, पालघर, रायगढ़, रत्नागिरी और सिंधुदुर्ग को अलर्ट पर रखा है और 4 से 7 अक्टूबर के बीच तेज हवाओं और भारी बारिश की चेतावनी दी है.
4 से 5 अक्टूबर के बीच उत्तरी महाराष्ट्र के तट पर 45-55 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने की संभावना है, जो 65 किमी प्रति घंटे तक भी पहुंच सकती हैं. मछुआरों को समुद्र में न जाने की सख्त सलाह दी गई है क्योंकि समुद्र में बहुत खराब से लेकर बहुत तेज़ लहरें उठने की संभावना है.
आईएमडी ने बताया कि शुक्रवार सुबह तक साइक्लोन शक्ति गुजरात के नलिया से लगभग 270 किलोमीटर दक्षिण-पश्चिम, पोरबंदर से 300 किलोमीटर पश्चिम और पाकिस्तान के कराची से 360 किलोमीटर दक्षिण में केंद्रित था. तूफान करीब 8 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ रहा था.
आईएमडी का अनुमान है कि 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चल सकती है और बहुत तेज बारिश हो सकती है. आज यह गंभीर चक्रवाती तूफ़ान में तब्दील हो गया और 5 अक्टूबर तक पश्चिम-दक्षिण-पश्चिम दिशा में मध्य अरब सागर की ओर बढ़ने की उम्मीद है.
सबसे बड़ा सवाल है कि क्या साइक्लोन शक्ति भारत में दस्तक देगा और कब? मौसम विज्ञानियों को उम्मीद नहीं है कि यह भारत में दस्तक देगा, मगर असका असर जरूर भारत में देखा जा सकता है. माना जा रहा है कि गुजरात और महाराष्ट्र में ही इसका असर दिख सकता है.
यही वजह है कि महाराष्ट्र और गुजरात में समुद्री तटों के आसपास रहने वाले लोगों को दूर रहने की चेतावनी जारी की गई है. मौसम विभाग के मुताबिक, 5 अक्टूबर तक गुजरात-उत्तरी महाराष्ट्र और पाकिस्तान के तटों पर और उसके आसपास समुद्र में बहुत तेज से लेकर बहुत ऊंची लहरें उठने की संभावना है. इन इलाकों में भारी बारिश भी हो सकती है.
इस साइक्लोन का नाम ‘शक्ति’ किसने रखा? इसका जवाब है- श्रीलंका. जी हां इस बार साइक्लोन के नामाकरण की जिम्मेवारी श्रीलंका पर ही थी. यह नाम विश्व मौसम संगठन (डब्ल्यूएमओ) और एशिया और प्रशांत के लिए आर्थिक और सामाजिक आयोग (ईएससीएपी) द्वारा प्रबंधित क्षेत्रीय नामकरण प्रणाली का हिस्सा है.
इस प्रणाली में बांग्लादेश, भारत, मालदीव, म्यांमार, ओमान, पाकिस्तान, श्रीलंका और थाईलैंड जैसे आठ देश 2020 में शुरू की गई 169 नामों की सूची से नाम सुझाते हैं. नाम वर्णमाला क्रम में दिए जाते हैं और चक्रवाती तूफान की तीव्रता (65 किमी प्रति घंटा या अधिक) पहुंचने पर दिए जाते हैं. यह सूची का पहला नाम है.