उत्तराखंड में आफत की बारिश

उफनाई नदी से कई मकान ध्वस्त, मसूरी-दून रोड पर 14 घंटे बाद यातायात शुरू

देहरादून। उत्तराखंड में बारिश आफत बनकर बरस रही है। मसूरी-देहरादून रोड बीती रात नौ बजे से बंद था, जो करीब 14 घंटे बाद खुल पाई और यातायात सुचारू हुआ। कोतवाली पुलिस मसूरी के अनुसार ग्लोगी धार पर लगातार मलबा और बोल्डर गिर रहे थे। दूसरी ओर गंगोत्री राजमार्ग पर फकोट के पास आल वेदर रोड का हिस्सा बह गया है। इससे यातायात पूरी तरह ठप है। भिन्नु गदेरे के उफान पर आने से सड़क बही है।

अब कुछ दिन तक गंगोत्री राजमार्ग बंद रहेगा। इससे पहले गुरुवार और बुधवार को हुई अतिवृष्टि से सड़कों और भवनों को काफी नुकसान पहुंचा है, जबकि कई पुल और पुस्ते भी क्षतिग्रस्त हुए हैं। उधर, दून-मसूरी मार्ग और ऋषिकेश-बदरीनाथ मार्ग पर दिनभर रुक-रुककर भूस्खलन होता रहा। कुमाऊं में भी सीमांत इलाकों में संपर्क मार्ग अवरुद्ध है। मौसम विभाग के मुताबिक शुक्रवार को कुमाऊं में भारी बारिश हो सकती है।

विकासनगर के जस्सोवाला गांव में शीतला नदी ने तबाही मचाई है। शीतला नदी के उफान पर आने से कई मकान धराशायी हो गए। हालांकि, हादसे में किसी के घायल होने की खबर नहीं है। नदी में पानी का बहाव अभी कम नहीं हुआ है और भी कई मकानों को नुकसान पहुंच सकता है।

देहरादून, हरिद्वार समेत कुमाऊं के सभी जिलों में बारिश की आशंका बनी हुई है। बारिश से कुमाऊं के सीमांत पिथौरागढ़ व बागेश्वर जिले का जनजीवन गुरुवार को प्रभावित रहा। बागेश्वर में बारिश के कारण कंधार-लोहागड़ी, बिजोरीझाल-ओल्लसों और शामा-लीती मोटरमार्ग बंद हो गया। कपकोट के असों गांव में पहाड़ी से हो रहे भूस्खलन से गांव के 20 परिवारों पर खतरा बना हुआ है।

थल-मुनस्यारी मार्ग पर नाचनी के निकट नया बस्ती के पास पहाड़ से लगातार मलबा गिर रहा है। यहां चीन सीमा को जोड़ने वाले तवाघाट-दारमा, तवाघाट-गर्बाधार-लिपुलेख और मुनस्यारी मिलम मार्ग गुरुवार को भी बंद रहे। इधर, ऋषिकेश-बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग के विभिन्न जगहों पर मलबा आने के कारण दिनभर हाईवे बंद होता रहा।

शाम करीब चार बजे गुल्लर घाटी के पास भूस्खलन होने से सड़क पर मलबा आने के कारण हाईवे बंद हो गया। वहीं सुबह तोताघाटी के पास भी एक घंटे तक राजमार्ग बाधित रहा। शाम छह बजे नरेंद्रनगर के सोनी गांव के पास गंगोत्री राजमार्ग भी मलबा आने के कारण बंद रहा।

धारचूला तहसील के बलुवाकोट क्षेत्र के जोशी गांव में गुरु वार को पहाड़ दरक गया। पहाड़ के मलबे में गांव के एक फौजी हरीश भट्ट की पत्नी पशुपति भट्ट दब गई। गांव के 13 मकान खतरे में आ गए। इससे सभी परिवारों ने मकान छोड़ दिया।

पुलिस और एसडीआरएफ की टीम ने राहत कार्य शुरू कर दिया है, लेकिन देर शाम तक महिला का पता नहीं चला सका। एसडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंच गई है और दो लोडर मशीनों से मलबा हटाया जा रहा है।

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