जिलाधिकारी ने जनपद में वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट के बेहतर कार्य

रुद्रप्रयाग: ग्रामीण उद्यम वेग वृद्धि परियोजना के माध्यम से जनपद में विभिन्न विभागों के माध्यम से संचालित सरकार की जन कल्याणकारी योजनाओं का लाभ पात्र व्यक्तियों को उपलब्ध कराने के लिए परियोजना द्वारा किए जा रहे कार्यों की जिलाधिकारी मयूर दीक्षित द्वारा जिला कार्यालय एनआईसी कक्ष में समीक्षा बैठक आयोजित कर किए जा रहे कार्यों की जानकारी प्राप्त की।

जिला परियोजना प्रबंधक ग्रामीण उद्यम वेग वृद्धि (यूजीवीएस रीफ) बीके भट्ट ने जिलाधिकारी को अवगत कराया कि जनपद में 15 आजीविका संघ कार्य कर रहे हैं जिसमें 1106 समूह हैं एवं 9137 सदस्य चयनित हैं। उन्होंने कहा कि परियोजना का उद्देश्य ग्रामीण उद्यम में वृद्धि करना, राज्य के सामुदायिक संगठनों की क्षमता में वृद्धि करना, ग्रामीण क्षेत्रों में पलायन को कम करना, ग्रामीण परिवारों की आय में वृद्धि कर जोखिम से उभरने की क्षमता विकसित करना, कलस्टर आधारित एवं जलवायु अनुकूल उत्पादन प्रक्रिया को बढ़ावा देना, कृषि एवं गैर कृषि उद्यमियों के लिए सहयोगी अनुकूल वातवरण तैयार करना इस दिशा में परियोजना द्वारा कार्य किया जा रहा है जिससे कि जनपद में उद्यमिता के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करते हुए जिससे कि किसानों को संचालित योजनाओं का लाभ उपलब्ध कराया जा सके।

जिलाधिकारी ने परियोजना प्रबंधक रीफ को निर्देश दिए हैं कि जनपद में उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए सभी रेखीय विभागों के साथ बेहतर समन्वय स्थापित करते हुए उनके द्वारा संचालित जन कल्याणकारी योजनाओं का सही ढंग से क्रियान्वयन करना सुनिश्चित करें जिससे कि किसानों को इसका लाभ उपलब्ध हो सके।

जिलाधिकारी ने जनपद में वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट के बेहतर कार्य के लिए चौलाई (रामदाना) के उत्पादन पर विशेष ध्यान रखते हुए अधिक से अधिक किसानों को प्रेरित करने के निर्देश दिए। इसके साथ ही उन्होंने डेयरी, मत्स्य, पशुपालन, उद्यानीकरण एवं जड़ी-बूटी के क्षेत्र में भी कलस्टर के तहत कार्य करने के लिए प्लान तैयार करने के निर्देश दिए।

उन्होंने जनपद में उत्पादित हो रहे उत्पादों को हिलांस के माध्यम से बिक्री होने वाले उत्पादों का बेहतर ढंग से मार्केटिंग पर विशेष ध्यान दिए जाने के निर्देश दिए इसके लिए उन्होंने हिलांस के माध्यम से बिक्री किए जाने वाले प्रोडक्टों का जनपद में पर्याप्त स्थानों में कैनोपी के माध्यम से बिक्री करने के निर्देश दिए। इसके साथ ही जीएमवीएन से समन्वय स्थापित करते हुए उनके माध्यम से भी बिक्री करने के निर्देश दिए गए।

बैठक में मुख्य विकास अधिकारी नरेश कुमार, परियोजना निदेशक केके पंत, उद्यान अधिकारी योगेंद्र सिंह चौधरी मुख्य कृषि अधिकारी लोकेंद्र सिंह बिष्ट, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डाॅ. आशीष रावत, प्रबंध निदेशक डेयरी श्रवण कुमार शर्मा सहित संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।

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