रूद्रप्रयाग: जिला प्रशासन, डायट व रूम टू रीड एनजीओे के सहयोग से जनपद रुद्रप्रयाग के राजकीय प्राथमिक विद्यालय, चोपता से प्रारम्भिक शिक्षा हेतु प्राथमिक साक्षरता पठन कौशल एवं पढ़ने की आदत कार्यक्रम व विद्यालय में लाइबे्ररी का शुभारम्भ किया गया।
लाइब्रेरी का उद्घाटन करते हुए जिलाधिकारी ने पुस्तकालय में बच्चों को कहानी पढ़ कर कहानी सुनाई व बच्चों ने कहानी सुनकर उसके जवाब भी दिए। कार्यक्रम के अन्तर्गत प्रारम्भिक कक्षा 1 से 05 तक के लिए पुस्तकालय है जिससे बच्चों में पठन कौशल एवं पढने की आदत विकसित हो। इसके लिए कक्षावार व दिवसवार पाठय सामाग्री डिजाइन की गई है। बच्चों को आसानी से वर्ण की पहचान, मात्राआंे, शब्दों को बनाना, धारा प्रवाह भाषा बोलने के अनुसार सिलेबस है।
कार्यक्रम का शुभारम्भ करते हुए जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल ने कहा कि प्रारम्भिक शिक्षा के उन्नयन हेतु कार्यक्रम जनपद के 535 प्राथमिक विद्यालयों में शुरू किया गया है। डायट द्वारा जनपद के प्राथमिक कक्षाओं हेतु नवाचायी पहल को सहर्ष स्वीकार किया गया जिसकी मुझे खुशी है व 21 सप्ताह का पाठयक्रम है जिसके निश्चित रूप से सकरात्मक परिणाम मिलेंगे।
भाषा की समझ होना अति आवश्यक है। यदि बच्चों को भाषा की समझ नहीं होेगी तो विषय किस प्रकार समझ आएगंे। बच्चों को भाषा के साथ सहज(कम्फर्टेबल) होने पर विषय वस्तु की समझ होगी अन्यथा शिक्षक कुछ भी पढाये बच्चों को समझ नहीं आएगा। सभी में पढने की आदत होनी चाहिए तभी जाकर कोई भी चिंतन व मनन कर सकता है। जिलाधिकारी ने डायट को निरन्तर कार्यक्रम की सिलेबस के अनुरूप विद्यालयों की माॅनिटरिंग व सहयोग देने को कहा।
इस अवसर पर एनजीओ रूम टू रीड इण्डिया ट्रस्ट की राज्य समन्वयक पुष्पलता ने कहा कि बच्चा घर से बोलना, चलना सीखता है जबकि विद्यालय में पढना व लिखना सीखता है। बच्चे के पढने व लिखने में अध्यापक की भूमिका होती है। रूम टू रीड कार्यक्रम का उद्देश्य बच्चों में पढने की आदत को विकसित करना है।
ऐसी पाठयवस्तु उपलब्ध कराना जिसे देखकर बच्चा स्वंय रूचि ले। ऐसा वातावरण मिलने से बच्चा स्वतंत्र पाठक बन सकेगा व जिंदगी में कोई भी निर्णय स्वयं ले सकता है। जनपद प्रभारी प्रेम सिंह रावत ने कहा कक्षा 1 के अंत तक बच्चे अपने पाठ्यक्रमों को धाराप्रवाह एवं समझ के साथ पढने मे सक्षम होंगे अगर नियमित बच्चों के साथ पठन योजनाबद्ध सभी आठ पठन आयमों पर कार्य किया जाए।
इस अवसर पर जिला शिक्षाधिकारी डाॅक्टर विद्या शंकर चतुर्वेदी ने कहा कि यह कार्यक्रम जनपद रुद्रप्रयाग के सभी राजकीय प्राथमिक विद्यालयों में कक्षा 1 में भाषा कौशल विकसित करने वो कक्षा 1 से 5 तक में पढ़ने की आदत के विकास के लिए समग्र शिक्षा के नवाचारी कार्यक्रम के अंतर्गत संचालित किया जा रहा है ।
इस कार्यक्रम के तहत सभी प्राथमिक विद्यालय के कक्षा 1 में हिन्दी भाषा पढ़ाने वाले शिक्षकों का प्रशिक्षण होना है जिस क्रम में अभी लगभग 350 टीचर की ट्रैनिंग हो गई है तथा एकल शिक्षक वाले विद्यालयों के शिक्षकों के प्रशिक्षण की कार्य योजना बनाई जा रही तथा कार्यक्रम के सफल संचालन हेतु डाइट और रूम टू रीड अकादमिक सहयोग सभी विद्यालयों को दिया जाएगा ।
कार्यक्रम का संचालन शिक्षक दिग्बर सिंह राणा ने किया। इस अवसर पर वरिष्ठ कोषाधिकारी शशि सिंह, प्राचार्य डायट एस एस असवाल, खण्ड शिक्षाधिकरी अगस्त्यमुनि केएल रडवाल, जखोली डी पी सेमवाल, डाइट से डाॅक्टर वी के यादव, जी पी सती, कालिका प्रसाद सेमवाल, एन एस बिष्ट, प्रियंका भट्ट, शिक्षक दुर्गा सती, अल्पना रावत सहित अन्य लोग उपस्थित थे।