जकार्ता:
दक्षिण पूर्व एशियाई देश इंडोनेशिया का सुलावेसी द्वीप गुरुवार देर रात आए शक्तिशाली भूकंप से दहल गया। भूकंप के चलते 42 लोगों की मौत हो गई और 820 लोगों के घायल होने की खबर है। 6.2 की तीव्रता वाले भूकंप के चलते सैकड़ों घर तबाह हो गए हैं। मलबे में कई लोगों के दबे होने की आशंका जताई गई है। भूकंप को करीब सात सेकेंड तक महसूस किया गया।
अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि भूकंप के और तेज झटके लग सकते हैं। इससे सुनामी का खतरा बढ़ सकता है।अधिकारियों के अनुसार, भूकंप का केंद्र पश्चिम सुलावेसी प्रांत के मामुजु में दस किलोमीटर की गहराई में था। गुरुवार देर रात करीब डेढ़ बजे भूकंप के तेज झटके महसूस होने पर हजारों लोग घरों से भागकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंच गए। भूकंप से 300 से ज्यादा घर और दो होटल क्षतिग्रस्त हो गए। एक अस्पताल और क्षेत्रीय गवर्नर के दफ्तर को भी नुकसान पहुंचा है। कुछ पुल भी क्षतिग्रस्त हुए हैं।
बिजली आपूर्ति भी बाधित हो गई है। राष्ट्रीय आपदा राहत एजेंसी के अनुसार, माजीन और समीप के मामुजु जिले में 42 लोगों की जान गई है। मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है। राहत और बचाव कार्य जारी है। 820 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। और भूकंप आने की आशंका में करीब 15 हजार लोगों ने सुरक्षित स्थानों पर शरण ली है। भूकंप के चलते कई जगहों पर भूस्खलन की घटनाएं भी हुई।
इंटरनेट मीडिया पर वायरल हुई तस्वीरों में द्वीप पर हर तरफ तबाही का मंजर दिखाई दिया। इस क्षेत्र में एक दिन पहले भी 5.9 की तीव्रता वाला भूकंप महसूस किया गया था। गुरुवार देर रात आए भूकंप के बाद 26 झटके महसूस किए गए।
इंडोनेशिया के अधिकारियों ने बताया कि कम से कम 15 लोगों की मौत हो गई और 600 अन्य लोग घायल हुए हैं। उन्होंने बताया कि वे प्रभावित इलाकों से जानकारी हासिल कर रहे हैं। हताहतों की संख्या बढ़ने की आशंका जताई गई है। राष्ट्रीय आपदा शमन एजेंसी की ओर से जारी की गई एक वीडियो में एक बच्ची एक घर के मलबे में फंसी और मदद की गुहार लगाती नजर आ रही है। बच्ची यह भी कहती दिखी कि उसकी मां जिंदा है लेकिन बाहर नहीं निकल पा रही।
वहीं बचावकर्मियों ने उससे कहा कि वह उसकी मदद करने की पूरी कोशिश कर रहे हैं। टीवी चैनलों की खबर के अनुसार भूकम्प से एक अस्पताल का हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया और मरीजों को बाहर अस्थायी आपात तंबुओं में पहुंचाया गया। अमेरिकी जियोलॉजिकल सर्वे ने बताया कि करीब दो हजार लोगों को कई अस्थायी आश्रय स्थलों में रखा गया है। उसने बताया कि शुक्रवार तड़के आए भूकम्प की तीव्रता 6.2 थी।
इस भूकंप का केन्द्र पश्चिम सुलावेसी प्रांत के मामुजु जिले में 18 किलोमीटर की गहराई में था। इसी क्षेत्र में बृहस्पतिवार को समुद्र के अंदर 5.9 की तीव्रता का भूकम्प आया था। इंडोनेशिया की आपदा एजेंस ने बताया कि 8 लोगों की घर और इमारतें गिरने से मौत हो गई। केवल मजेने जिले में ही 600 लोग घायल हुए हैं। बताया जा रहा है कि वहां 300 घर बर्बाद हो गए हैं और 15 हजार लोगों को आश्रयों में शरण लेनी पड़ी है।
बता दें कि इससे पहले भी इंडोनेशिया में भूकंप के तीव्र झटके महसूस किए जा चुके हैं।इससे पहले साल 2018 में 7.5 की तीव्रता के साथ सुलावेसी आइसलैंड के पास भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। इस दौरान भी कम से कम 4,300 लोगों की मौत हुई थी और काफी लोग लापता भी हुए। साल 2004 में 26 दिसंबर को भी इंडोनेशिया में काफी तीव्र भूकंप आया था। इस दौरान भूकंप की तीव्रता 9.1 रही थी। रिपोर्ट के मुताबिक, उस दौरान 222,000 लोगों की मौत हो गई थी।
बता दें कि ज्यादातर तेज तीव्रता वाले भूकंप इंडोनेशिया में आता है। दरअसल, यह देश ‘रिंग ऑफ फायर’ पर स्थित है। यहां की धरती के अंदर मौजूद टेक्टॉनिक प्लेट्स आपस में अधिक टकराती हैं, जिससे भूकंप और ज्वालामुखी जैसी घटनाएं होती हैं।