उत्तरकाशी। उत्तरकाशी जिले में आपदा राहत कार्य में लगे एक हेलीकॉप्टर को अचानक इमरजेंसी लैंडिंग करनी पड़ी। गनीमत रही कि इस दौरान कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ। हालांकि पायलट को हल्की चोटें आने के साथ ही हेलीकॉप्टर क्षतिग्रस्त हुआ है। बता दें कि ये बताया जा रहा है कि हेलीकॉप्टर आपदा प्रभावित क्षेत्र में राहत सामग्री पहुंचा रहा था।
उत्तरकाशी जिले के चिंवा गांव में आपदा ने भीषण तबाही मचाई थी, जिसके बाद से ही यहां रास्ते बंद है और रोजमर्रा की चीजों की किल्लत बनी हुई है। हेलीकॉप्टर से क्षेत्र में राहत सामग्री पहुंचाई जा रही है। शुक्रवार को भी एक हेलीकॉप्टर इस कार्य में लगा हुआ था, लेकिन टिकोची के पास बागीचों से सड़क तक सेब पहुंचाने वाली तारों को देखकर उन्होंने एमरजेंसी लैंडिंग की। समतल मैदान नहीं होने के कारण उन्हें नदी के किनारे पत्थरों पर ही लैंडिंग करनी पड़ी। गनीमत रही कि इस दौरान कोई हादसा नहीं हुआ।
वहीं, पायलट सुशांत जीना निवासी जबलपुर और को पायलट अजित सिंह, निवासी हरियाणा को आराकोट पहुंचाया जा रहा है, जहां से हेलीकॉप्टर के जरिए इन्हें देहरादून ले जाया जाएगा। जिलाधिकारी डॉ आशीष चौहान ने बताया कि हेलीकॉप्टर की इमरजेंसी लैंडिंग क्यों कराई गई इसकी उनके पास सही रिपोर्ट नहीं आई है।
गौरतलब है कि इन तारों की वजह से 21 अगस्त को क्षेत्र में एक हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो चुका है। दरअसल, ये हेलीकॉप्टर आपदा प्रभावित आराकोट न्याय पंचायत क्षेत्र के मोल्डी गांव में राहत सामग्री ड्रॉप कर वापस लौट रहा था और अचानक क्रैश हो गया।
बागीचों से सेब की पेटियां मुख्य मार्ग तक सामान पहुंचाने के लिए लगाई गई ट्रॉली की तारों में हेलीकॉप्टर के उलझने से यह हादसा हुआ। इसमें सवार पायलट, को-पायलट और एक स्थानीय व्यक्ति की मौत हो गई। इसके बाद समूचे आपदा प्रभावित इलाकों में फिलहाल हेली रेस्क्यू पर रोक दिया गया था।