कृष्णागिरी: तमिलनाडु के कृष्णागिरी जिले के पझायापेट्टई में यह हादसा हुआ। धमाके से आग लग गई। इसमें वहां काम कर रहे कई लोग झुलस गए। तमिलनाडु के कृष्णागिरी जिले में शनिवार को पटाखा बनाने की यूनिट में धमाका हो गया। इसमें तीन महिलाओं सहित आठ लोगों की मौत हो गई।पुलिस ने बताया कि जिले के पझायापेट्टई में पटाखा बनाने की यूनिट में सुबह करीब 10 बजे यह हादसा हुआ। 2 महिला मजदूर पटाखा बनाने में इस्तेमाल होने वाले बारूद को उठाकर ले जा रही थीं। तभी उसमें धमाका हो गया।
यूनिट में करीब 12-15 मजदूर काम कर रहे थे। इनमें से कई घायल हो गए। कितने लोग घायल हुए यह सही संख्या अभी पता नहीं चल सकी है। धमाके से लगी आग ने आसपास के घर और दुकानों को भी चपेट में ले लिया। तीन घरों को नुकसान पहुंचा है। एक होटल भी थी इसकी दीवार भी ढह गई।
पुलिस, फायर ब्रिगेड और बचाव सेवाकर्मियों ने रेस्क्यू शुरू किया और घायलों को कृष्णागिरी सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल भेजा गया।इससे पहले मंगलवार को विरुधुनगर जिले के शिवकाशी शहर में एक पटाखा बनाने की फैक्ट्री में विस्फोट होने से दो लोगों की मौत हो गई थी।
तमिलनाडु के कांचीपुरम में 22 मार्ट को पटाखा फैक्ट्री में आग लगने से 8 लोगों की मौत हो गई थी। जबकि 17 लोग घायल हुए। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। दमकल की कई गाड़ियां आग पर काबू पाने की कोशिश में लगी हैं। हादसे के कारणों का अभी तक पता नहीं चल पाया है।
मेरठ के रोहटा क्षेत्र में पिछले महीने शाम पटाखा फैक्ट्री में लगी आग में एक जिंदगी झुलसकर खाक हो गई। फैक्ट्री में काम करने वाला कर्मचारी संजय हादसे में जान गवा बैठा। महिलाओं ने 10 फुट ऊंची दीवार कूदकर खुद को बचाया। जिंदगी तो बच गई मगर मौत का वो मंजर इन महिलाओं की आंखों में अभी भी कायम है।
एक महीने पहले झांसी के प्रेमनगर थाना क्षेत्र के सैंयर गांव में एक पटाखा फैक्ट्री में आग लग गई थी। फैक्ट्री में इतना बारुद भरा था, कि आग लगने के बाद तेज धमाके के साथ पूरा गोदाम उड़ गया। धमाकों के दौरान पत्थर करीब 100 फीट दूर तक उछल रहे थे। करीब आधा घंटे तक हुए धमाकों से 3 गांव में दहशत का माहौल हो गया।