दक्षिणी यूरोप के 3 देशों में आग का ‘तांडव’

यूरोप :यूरोप के दक्षिणी इलाके के जगंल में लगी आग काफी भीषण हो गई है। आग बुझाने के तमाम प्रयासों के बावजूद यह थम नहीं रही है। ग्रीस के तीसरे सबसे बड़े शहर पात्रास तक यह आग नहीं पहुंचे, इसके लिए पूरी रात उपाय किए गए। इस बीच स्पेन, तुर्किये और अल्बानिया में तीन लोगों की मौत होने की खबर है। पात्रास के घरों एवं कृषि भूमि तक आग पहुंचने से रोकने के लिए दमकल विभाग के कर्मियों ने पूरी रात प्रयास किया।आग बुझाने के लिए हेलिकॉप्टर से नीचे पानी गिराया गया। सरकार के प्रयासों में स्थानीय लोग शामिल हुए। लोगों को पेड़ की टहनियां और बाल्टी से पानी फेंकते देखा गया।

कई प्रभावित देशों में दमकल संसाधन बेहद सीमित हो गए हैं क्योंकि वे भूमध्यसागरीय यूरोप में हफ्तों से चल रही गर्म लहरों और तापमान में तेजी से वृद्धि के बाद भड़की आग की कई घटनाओं से एक साथ जूझ रहे थे।एथेंस ने पड़ोसी देश अल्बानिया को भी मदद भेजी, जहां दर्जनों जंगल की आग से निपटने के लिए अंतरराष्ट्रीय प्रयास चल रहा था। अधिकारियों ने बुधवार को बताया कि राजधानी तिराना के दक्षिण में लगी एक आग में 80 वर्षीय व्यक्ति की मौत हो गई।

अल्बानिया के मध्य क्षेत्र में, एक पुराने सैन्य गोला-बारूद डिपो के पास स्थित चार गांवों को खाली कराया गया। दक्षिणी कोरका जिले में, जो ग्रीस की सीमा के पास है, द्वितीय विश्व युद्ध के समय के दबे हुए गोले-बारूद से धमाकों की खबरें मिलीं।स्पेन के प्रधानमंत्री पेड्रो सांचेज ने कास्तिला और लियोन क्षेत्र में आग बुझाने में लगे एक स्वयंसेवक की मौत पर शोक जताया। यह इलाका मैड्रिड के उत्तर में स्थित है और यहां आग के कारण हजारों लोगों को घर खाली कराना पड़ा है।

बुधवार को तुर्किये के दक्षिणी हिस्से में आग बुझाने के दौरान एक वन विभाग के कर्मचारी की भी मौत हो गई। वन मंत्रालय ने कहा कि कर्मचारी की मौत एक दमकल ट्रक से जुड़े हादसे में हुई, जिसमें चार अन्य लोग घायल हो गए।
तुर्किये जून के अंत से भीषण जंगल की आग से जूझ रहा है। अब तक कुल 18 लोगों की मौत हो चुकी है, जिनमें जुलाई में मारे गए 10 बचाव स्वयंसेवक और वनकर्मी शामिल हैं।

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