अस्ताचलगामी सूर्य को पहला अर्घ्य

देहरादून: उत्‍तराखंड में लोक आस्था के महापर्व छठ की धूम है। शनिवार को पर्व के दूसरे दिन व्रतियों ने खरना कर छठी मइया की आराधना की। सूर्यास्त के समय रसिया खाकर व्रतियों ने 36 घंटे का निर्जला व्रत धारण किया।

आज रविवार को तीसरे दिन अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य देकर संतान के सुखी जीवन और उन्नति की कामना की जाएगी। देर रात तक शहर के विभिन्न घाटों को पूजा के लिए तैयार किया जाता रहा।

संतान व उसके सुखी जीवन के लिए सूर्यदेव और छठी मइया की आराधना का चार दिवसीय महापर्व छठ शुक्रवार से शुरू हो चुका है। शनिवार को घरों में खरना किया गया। जिसमें गुड़ व गाय के दूध से बनी खीर का प्रसाद तैयार कर छठी मइया एवं अपने कुल देव को भोग लगाया गया।

आचार्य डा. सुशांत राज के मुताबिक रविवार को शाम 5:32 बजे सूर्यास्त का समय है।सोमवार को सूर्योदय का समय 6:31 बजे रहेगा।व्रत संतान की लंबी उम्र, स्वास्थ्य, उज्ज्वल भविष्य, दीर्घायु व सुखमय जीवन की कामना के लिए व्रत रखा जाता है।छठ कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि को मनाया जाता है।मुख्य पूजा में व्रती नदी अथवा तालाब पर खड़े रहकर अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य देते हैं।

छठ पूजा की सामग्री खरीदने को लोग बाजार पहुंचे और खूब खरीदारी की। पूजा के लिए चकोतरा, शकरकंद, अन्नानास, गन्ना, नारियल, हरी अदरक, टोकरा, दउरा, फल, सब्जियों की खरीदारी हुई। सुबह से ही सहारनपुर चौक से लेकर झंडा बाजार, हनुमान चौक, सब्जी मंडी के अलावा प्रेमनगर समेत विभिन्न क्षेत्रों में खरीदारों की भीड़ रही।

पूर्वा सांस्कृतिक मंच की ओर से सबसे लंबे हरबंशवाला घाट को केले के पेड़ से सजाया गया है। इसके अलावा सभी 18 घाट गोबर से लिपाई कर तैयार किए। मंच के संस्थापक सचिव सुभाष झा ने बताया कि आठ सदस्यीय टीम ने विभिन्न घाटों का निरीक्षण किया। इसके अलावा जिन घरों से मांग थी, उन्हें वाहन के माध्यम से गन्ने, गुड़, गाय का दूध व अन्य पूजा सामग्री पहुंचाई गई।

बिहारी महासभा के प्रतिनिधिमंडल ने जिलाधिकारी व एसएसपी को पत्र भेजकर टपकेश्वर, चंद्रमणि, प्रेमनगर पुल के नीचे छठ कार्यक्रम के लिए सुरक्षा व्यवस्था, एंबुलेंस व चिकित्सकों की व्यवस्था की मांग की।

महासभा के सचिव चंदन झा ने बताया कि अधिकारियों का पूरा सहयोग मिल रहा है। टपकेश्वर घाट पर राज्य सरकार के अलावा पूर्वांचल मूल के कई अधिकारी छठी माता को अर्घ्य देंगे। चंद्रमणि, टपकेश्वर, ब्रह्मपुरी खाला, सहस्रधारा, प्रेमनगर आदि घाट सजाए गए हैं।

तेग बहादुर सिंह रोड पर पूर्व विधायक राजकुमार के प्रयासों से छठ पूजा के लिए कृत्रिम झील तैयार कर दी गई है। शनिवार को पूर्व विधायक ने कृत्रिम झील की साफ-सफाई करवाई। यहां हर वर्ष छठ पूजन के लिए इस तरह की झील का निर्माण किया जाता है।

पूर्व विधायक एवं कांग्रेस नेता राजकुमार ने मौके पर निरीक्षण भी किया। साथ ही उन्होंने प्रदेशवासियों को छठ की बधाई दी। उन्होंने कहा कि त्योहार हमें आपस में जोड़ते हैं। इसलिए त्योहारों को मिलजुलकर आपसी सद्भाव से मनाना चाहिए।

राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेनि) और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रदेशवासियों को छठ की शुभकामनाएं दी हैं।

राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेनि) ने अपने संदेश में कहा कि यह पर्व भगवान सूर्य की पूजा के साथ-साथ नदियों और जल स्रोतों की साफ-सफाई और उनके संरक्षण के लिए भी प्रेरित करता है। उन्होंने इस शुभ अवसर पर प्रदेशवासियों की सुख एवं समृद्धि की भी कामना की है।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपने संदेश में कहा कि यह पर्व हमें प्रकृति से जुडऩे का संदेश देता है। सूर्य की आराधना प्रकृति एवं प्राकृतिक संसाधनों की आराधना है। उन्होंने कहा कि लोक आस्था से जुड़ा यह महापर्व हमें सात्विकता तथा स्वच्छता का भी संदेश देता है।

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