दूषित पानी पीने से 15 दिनों में पांच बच्चों की मौत, नौ बीमार

लखीमपुर:लखीमपुर खीरी के मोहम्मदी कस्बे के एक मोहल्ले में शुक्रवार को बुखार और दस्त से दो बच्चों की मौत हो गई। 15 दिनों में पांच बच्चों की मौत हो चुकी है। शनिवार को एसीएमओ व सीएचसी मोहम्म्दी की टीम ने मौके पर जाकर पड़ताल कर जांच के लिए सैंपल लिए।

सीएमओ डॉ. संतोष गुप्ता ने बताया कि मोहम्मदी के मोहल्ला सरैंया में बच्चों की मौत की सूचना मिलने पर सीएचसी प्रभारी डॉ. मयंक मिश्रा के नेतृत्व में तीन टीमें बनाकर जांच शुरू कराई गई थी। प्रथम दृष्टया जांच में बच्चों की मौत का कारण बुखार और दस्त आना बताया गया है। हालांकि एसीएमओ डॉ. अनिल कुमार गुप्ता ने भी शनिवार को मौके पर जाकर जांच पड़ताल टीकाकरण कराने के लिए लोगों को जागरूक किया।

डॉ. मयंक मिश्रा ने बताया कि शुक्रवार को सरैंया निवासी ढाई वर्षीय अयात पुत्र गुड्डू, 14 माह की उमरा पुत्री नूर मोहम्मद की मौत हुई थी। जबकि चार दिन पहले चार वर्षीय अजान पुत्र उस्मान की मौत हुई थी। जांच में इनकी मौत की वजह बुखार और दस्त सामने आया है। उन्होंने बताया कि दो अन्य बच्चों की मौत 15 दिन पहले हुई थी। सीएचसी अधीक्षक ने बताया कि मोहल्ले में गंदगी और दूषित पेयजल आपूर्ति होने के कारण बच्चे दस्त और बुखार की चपेट में आए हैं।

जल निगम को पानी की जांच कराने के लिए कहा गया है। जांच के दौरान किसी भी बच्चे में खसरा के लक्षण नहीं मिले हैं। बावजूद इसके एएनएम के नेतृत्व तीन टीमें लगाकर टीकाकरण कराया जा रहा है। शनिवार को डेंगू, मलेरिया व चिकनगुनिया की जांच के लिए 10 बच्चों के सैँपल लिए गए। कुछ लोग जांच कराने में आना कानी कर रहे हैं।

बच्चों की मौत होने बाद स्वास्थ्य अधिकारियों ने एंटीलार्वा का छिड़काव कराते हुए घर घर सर्वे कराया है। इसमें नौ बच्चे बुखार से पीड़ित मिले हैं। सीएमओ डॉ. संतोष गुप्ता ने बताया कि बच्चों की मौत के मामले में मोहल्ला सरैंया में 12 टीमे लगाकर 472 घरों का डोर टू डोर सर्वे कराया गया है। इसमें नौ बच्चे बुखार से पीड़ित मिले हैं। तीन टीमें लगाकर 76 बच्चों का टीकाकरण कराया गया।

जांच के लिए 61 सैंपल लिए गए। हालांकि डेंगू, मलेरिया एवं चिकनगुनिया व टाइफाइड की जांच निगेटिव आई है। पांच बच्चों में से तीन की मौत बुखार एवं डायरिया से हुई है। सीएमओ ने बताया कि एसीएमओ डॉ. अनिल कुमार गुप्ता को मौके पर भेजकर जांच कराई गई है। इसमें मौत का कारण दूषित पेयजल होना बताया जाता है।

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