ऋषिकेश: देहरादून जनपद के रानीपोखरी के नागाघेर में एक ही परिवार के पांच सदस्यों की निर्मम हत्या के बाद मंगलवार को सभी पांच शवों का ऋषिकेश के मुनिकीरेती स्थित गंगा घाट पर अंतिम संस्कार किया गया।
एक दरिंदे की हैवानियत के शिकार बनी दादी व मां के साथ तीन मासूम बेटियां भी एक साथ एक ही घाट पर पंचतत्व में विलीन हुई। गंगा घाट पर दरिंदगी का यह मंजर जिसने भी देखा, गमगीन हो गया। रविवार की सुबह रानीपोखरी थाना क्षेत्र के नागाघेर में एक व्यक्ति ने रसोई में सिलिंडर बदलने को लेकर उपजे विवाद के बाद अपनी मां, पत्नी तथा तीन बेटियों का गला काटकर मार डाला था।
पुलिस ने महेश आरोपित महेश कुमार पुत्र दिनेश कुमार को घटनास्थल से ही गिरफ्तार कर लिया था जबकि मृतक बिट्टू देवी (75 वर्ष), नीतू देवी (36 वर्ष), अपर्णा (13 वर्ष) स्वर्णा उर्फ गुल्लू (11 वर्ष) और अन्नपूर्णा (नौ वर्ष) के शव पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिए थे।
पोस्टमार्टम के बाद सभी शवों को एम्स ऋषिकेश की मोर्चरी में लाया गया। मंगलवार दोपहर में मृतकों के स्वजन के यहां पहुंचने के बाद सभी पांच शवों को अंतिम संस्कार के लिए मुनीकीरेती के पूर्णानंद घाट लाया गया।
जहां हत्या आरोपी के सबसे छोटे भाई नरेश तिवारी ने अपनी मां, भाभी सहित तीनों भतीजियों को मुखाग्नि दी। गंगा घाट पर पांचों मृतकों के अंतिम संस्कार के लिए साथ साथ पांच चिता तैयार की गई थी।
गंगा घाट पर पांचों मृतकों के अंतिम संस्कार के लिए एक साथ पांच चिताएं तैयार की गई थी। एक-एक कर पांचों चिताओं को अग्नि दी गई और फिर कुछ ही देर में एक साथ खून के पांच रिश्ते समाज के बीच एक बड़ा सवाल छोड़कर हमेशा-हमेशा के लिए पंचतत्व में विलीन हो गए।
गंगा तट पर इस मंजर को जिसने भी देखा वह अपनी आंखों से आंसू नहीं रोक पाया। सभी के मुंह से इन पांच जिंदगियों को मौत की नींद सुलाने वाले दरिंदे के लिए बददुआ निकल रही थी।