गाजा युद्ध: तबाही के बीच शांति की जागी उम्मीद

काहिरा :इस्राइल और हमास के बीच शुरू हुए संघर्ष के आज कुल दो साल हो गए। हमास के हमले के साथ सात अक्तूबर 2023 को शुरू हुए इस संघर्ष ने गाजा की तस्वीर पूरी तरह से बदलकर रख दिया। हालांकि अब जाकर इस मामले में थोड़ी राहत की बात सामने आ रही है। कारण है कि इस संघर्ष के दो साल पूरे होने के पूर्व संध्या को मिस्र के शार्म अल-शेख रिसॉर्ट में सोमवार को इस्राइल और हमास के अधिकारियों के बीच अप्रत्यक्ष बातचीत शुरू हुई। यह बातचीत अमेरिका द्वारा बनाए गए शांति प्रस्ताव को लेकर हो रही है, जिसका उद्देश्य गाजा युद्ध को खत्म करना है।

बता दें कि ट्रंप की योजना के तहत इस्राइल और हमास के बीच बातचीत कई सवालों के बीच हुई, जिनमें इस्राइल की मुख्य मांग के तहत हमास का हथियार छोड़ना और गाजा के भविष्य का शासन शामिल है। मामले में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि अगर गाजा में शांति हो जाती है, तो इससे पूरे मध्य पूर्व में शांति स्थापित हो सकती है। ऐसे में जब बातचीत का दौर जारी है इससे पहले ट्रंप ने इस्राइल को बमबारी बंद करने का आदेश दिया था, लेकिन इस्राइली सेना ने गाजा पर हवाई हमले जारी रखे, जिनमें पिछले 24 घंटों में कम से कम 19 लोग मारे गए। इस बात की जानकारी गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया।

इस्राइल और हमास के बीच सोमवार को हुई बातचीत के बारे में मिस्र के एक अधिकारी ने जानकारी दी। उन्होंने बताया कि अब ये बातचीत मंगलवार को दोबारा शुरू होगी। उन्होंने कहा कि पहले चरण के लिए ज्यादातर मुद्दों पर सहमति बन चुकी है, जिनमें बंदियों की रिहाई और युद्धविराम शामिल हैं।

बात अगर इस बातचीत में देशों के मुख्य वार्ताकार की करें तो इस्राइल की ओर से मुख्य वार्ताकार रॉन डरमर हैं, जबकि हमास की टीम का नेतृत्व खलील अल-हैयाह कर रहे हैं। इस्राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याह के सलाहकार ओफिर फाल्क भी वार्ता में मौजूद हैं। मिस्र के एक टीवी चैनल के अनुसार, वार्ता की शुरुआत हमास और अरब मध्यस्थों के बीच हुई। बाद में मध्यस्थ इस्राइल टीम से मिलने वाले हैं। अमेरिका की ओर से स्टिव विटकोफ और ट्रंप के दामाद जेरड कुश्नर वार्ता में शामिल होंगे।

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार हमास ने कहा है कि वार्ता में युद्धविराम, इस्राइल की आंशिक वापसी और बंदियों के आदान-प्रदान पर चर्चा होगी। यह वार्ता ऐसे समय में हो रही है जब हमास ने अमेरिकी योजना के कुछ हिस्सों को स्वीकार कर लिया है, जिसे इस्राइल भी समर्थन दे रहा है। योजना के तहत हमास तीन दिनों में बचे हुए 48 बंदियों को रिहा करेगा, और हथियार छोड़ देगा।

प्रधानमंत्री नेतन्याह ने कहा है कि वार्ता कुछ दिनों में खत्म हो जाएगी, लेकिन हमास के कुछ अधिकारी कहते हैं कि बंदियों के शवों की खोज के लिए और समय लग सकता है। वहां मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल-फत्ताह अल-सिसी ने ट्रंप के प्रयासों की सराहना की और कहा कि 1970 के दशक से चल रही मध्य पूर्व की शांति प्रणाली को बनाए रखना जरूरी है।

अमेरिका ने कहा है कि बंदियों की रिहाई के लिए इस्राइल को गाजा पर हमला बंद करना होगा। इस्राइल ने कहा है कि वे ट्रंप के आदेश का पालन कर रहे हैं और केवल सुरक्षा के लिए हमले कर रहे हैं। हालांकि दूसरी ओर गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि पिछले 24 घंटों में 19 लोग मारे गए और 96 घायल हुए हैं। इस युद्ध में अब तक करीब 67,160 लोग मारे जा चुके हैं और 1.7 लाख से ज्यादा घायल हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि मारे गए आधे से ज्यादा लोग महिलाएं और बच्चे हैं।

वहीं इस संघर्ष में ट्रंप के हस्तक्षेप को देखते हुए इस्राइली बंदियों के परिवारों ने नोबेल पुरस्कार समिति से अपील की है कि वे ट्रंपको शांति के लिए उनके प्रयासों के लिए नोबेल शांति पुरस्कार दें। उन्होंने कहा कि ट्रंप की योजना की वजह से अब हमें उम्मीद है कि यह भयानक युद्ध खत्म होगा।

गौरतलब है कि आज इस संघर्ष के कुल दो साल पूरे हो गए। ऐसे में सवाल ये उठता है कि गाजा की आज की तस्वीर कैसी है? गाजा में जन्मे बच्चों के परिवार इस युद्ध की दूसरी सालगिरह पर खुशी की बजाय डर और विस्थापन का सामना कर रहे हैं।

अमल अल-तवील और उनके पति मुस्तफा के बेटे अली का जन्म बहुत मुश्किल से हुआ। अब वे तंबू में रहते हैं, जहाँ साफ-सफाई, खाने-पीने और चिकित्सा सुविधाओं की कमी है। अमल ने कहा कि मैं उसके लिए एक सुरक्षित और खुशहाल जिंदगी चाहती थी, लेकिन उसे यह नहीं मिल पाया।

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