चंपावत. उत्तराखंड के चंपावत में स्कूली छात्रों के बीच मास हिस्टीरिया की घटना के सुर्खियों में आने के बाद, उत्तरकाशी से ऐसा ही एक और वीडियो सामने आया है, जहां बाढ़ के बाद स्कूल लौटीं स्कूली छात्राओं को सामूहिक रूप से अजीबोगरीब हरकतें करते देखा जा सकता है. छात्राओं का ये वीडियो वायरल हो रहा है. वीडियो तब का बताया जा रहा है, जब उत्तरकाशी के धौंत्री क्षेत्र में स्थित कामद में राजकीय इंटर कॉलेज के नए भवन में प्रवेश करते ही गुरुवार को लगभग एक दर्जन लड़कियों ने कथित तौर पर चिल्लाना शुरू कर दिया.
विशेषज्ञों के मुताबिक, स्कूली छात्राओं का इस तरह से एक साथ चिल्लाना मास हिस्टीरिया की संक्रामक विघटनकारी घटना है, जो बड़े पैमाने पर चिंता की स्थिति से शुरू होती है. वहीं स्थानीय लोग इसे कुछ दैवीय शक्तियों और स्थानीय देवताओं के क्रोध का प्रभाव बता रहे हैं. मनोवैज्ञानिकों का कहना है कि यह मास हिस्टीरिया का मामला है, क्योंकि लड़कियों ने बारिश और बाढ़ में बड़े पैमाने पर नुकसान होता देखा था, जिसने उनके मानसिक स्वास्थ्य को प्रभावित किया है.
अंग्रेजी अखबार ‘टाइम्स ऑफ इंडिया’ ने उत्तरकाशी के सीएमओ डॉ. आरसीएस पंवार के हवाले से बताया कि यह मामला ‘मनोवैज्ञानिक समस्या’ लग रही है. उन्होंने कहा, ‘हमारी टीमों ने कारण समझने के लिए लड़कियों से बात की. कुछ लड़कियों ने कहा कि उन्हें नई इमारत के बारे में बुरे सपने आ रहे थे और वे इसमें प्रवेश करने से डर रही थीं. हमने एक मनोवैज्ञानिक नियुक्त किया है.’ इससे एक दिन पहले भी ऐसा व्यवहार दिखा था, जब दो अन्य लड़कियां उसी इमारत की कक्षा में बेहोश हो गई थीं.
वहीं करीब छह महीने पहले चंपावत जिले के राजकीय इंटर कॉलेज रामक में कम से कम 39 छात्राओं को एक साथ रोते, चिल्लाते और कक्षाओं से भागते हुए देखा गया था. छात्रों के माता-पिता ने तब इसके लिए ईश्वरीय शक्तियों को दोषी ठहराया था. इससे पहले, उत्तराखंड के बागेश्वर के स्कूली छात्रों का एक और डरावना वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें वे चिल्ला रहे थे और फर्श पर अपना सिर पटक रहे थे. विशेषज्ञों ने इन सभी को मास हिस्टीरिया का मामला बताया है.